शाल्के ने इंटर मिलान को दिखाए फुटबॉल में तारे
६ अप्रैल २०११इंटर मिलान पर इस हार के बाद लीग से बाहर होने का खतरा पैदा हो गया है. हालांकि उसे खेल के पहले ही मिनट में बढ़त मिल गई थी लेकिन उसका फायदा उठाने में वह नाकाम रही. उसे एक झटका भी सहना पड़ा जब उसके खिलाड़ी क्रिस्टियान शिवू को बाहर कर दिया गया और टीम को 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा.
मिलान को द्जान स्टान्कोविच ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई. लेकिन जर्मनी के क्लब की टीम ने जबर्दस्त वापसी की. योएल माटिप, एडु और राउल ने इस वापसी का नेतृत्व किया. एडु ने तो दो गोल दाग दिए. हालांकि इस दौरान मिलान के डिएगो मिलितो ने एक गोल और करके संघर्ष जारी रखा लेकिन उन्हीं के साथी आंद्रिया रानोचिया ने अपने ही पाले में गोल करके उनकी मेहनत मिट्टी में मिला दी. इस तरह अगले हफ्ते होने वाले दूसरे दौर के क्वार्टर फाइनल से पहले शाल्के ने स्थिति मजबूत कर ली.
जीत की जय और हार का गम
शाल्के के कोच राल्फ रैगनिक ने कहा, "स्कोर 10-5 या 8-4 भी हो सकता था. हमने आक्रमण की नीति बनाई थी और उसका पूरा फायदा मिला. हम हर हमले के साथ खतरनाक दिखाई दिए."
इंटर मिलान के कोच लियोनार्दो बीते शनिवार को स्थानीय लीग सीरी ए में एसी मिलान के हाथों मिली 3-0 की हार का जख्म ही सहला रहे थे कि मंगलवार को उनकी टीम ने जख्म पर नमक छिड़क दिया. उन्होंने कहा, "अब हमें अपनी स्थिति बदलनी होगी. हम दो अहम मैच हार चुके हैं. हमें एक दूसरे के साथ रहना होगा और इन दो पराजयों को भूलना होगा."
लियोनार्दो ने माना कि अब अगले दौर में जाने की उनकी संभावनाएं काफी कम हैं लेकिन वह संघर्ष छोड़ने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा, "हमें असलियत को तो देखना ही होगा, लेकिन दूसरे दौर में हम अपना पूरा जोर लगा देंगे. हम वही नतीजे हासिल करने की कोशिश करेंगे, जो हमें चाहिए, फिर चाहे वे कितने ही मुश्किल क्यों न हों."
लियोनार्दो की सारी उम्मीद अब बस एक ही बात पर टिकी है. उन्होंने कहा कि फुटबॉल में कुछ भी संभव है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन