शाहरुख, प्रीटि और शिल्पा आयकर टीम के फंदे में
२ जुलाई २०१०इनकम टैक्स विभाग ने टैक्स चोरों के लिए स्वर्ग कहे जाने वाले मॉरिशस, बहामास, केमन आइलैंड्स में प्रशासन से संपर्क साध कर वहां से आईपीएल टीमों में हुए निवेश के बारे में जानकारी देने के लिए कहा है. इनकम टैक्स अधिकारी यह भी जानना चाहते हैं कि गैरकानूनी धन को भारत से फिर इन देशों में भेजा गया या नहीं. इससे पहले आयकर विभाग को जो जानकारी दी गई वह अपर्याप्त बताई गई है.
आईपीएल टीमों में गलत तरीके से पैसा लगाने, टैक्स चोरों की पनाहगाह माने जाने वाले देशों से निवेश करने और वित्तीय लेन देन के आरोप जिन टीमों पर लगे हैं उनमें शिल्पा शेट्टी, प्रिटी जिंटा और शाह रुख खान की टीमें शामिल हैं.
जांच टीम ने बड़े औद्योगिक घरानों को क्लीन चिट देते हुए उनके खिलाफ जांच लगभग बंद कर दी है. इनमें मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज, विजय माल्या का यूबी ग्रुप, जीएमआर और सहारा ग्रुप शामिल हैं.
वित्त मंत्रालय के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि टीमों के मालिकाना हक, उसकी हिस्सेदारी और धन के स्रोत की जानकारी हासिल करने के लिए आयकर विभाग की टीम ने कोलकाता, पंजाब और राजस्थान की फ्रेंचाइजी को पत्र लिखा है.
"इनकम टैक्स टीम आईपीएल फ्रेंचाइजी में टैक्स चोरी के आरोपों की जांच कर रही है. जहां धन का स्रोत सही साबित हो गया, वहां विभाग ने फैसला कर लिया कि आगे जांच करने की जरूरत नहीं है."
आईपीएल का पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने कोच्चि फ्रेंचाइजी में हिस्सेदारी पर पूर्व विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए. कोच्चि फ्रेंचाइजी में शशि थरूर की मित्र सुनंदा पुष्कर को करीब 70 करोड़ रुपये की इक्विटी दी गई थी. विवाद के बढ़ते ही एक के बाद एक आरोप लगते गए और शशि थरूर से लेकर ललित मोदी को पद से हटना पड़ा.
वित्तीय धांधलियों के आरोप में ललित मोदी को आईपीएल कमिश्नर पद से निलंबित कर दिया गया. मोदी और बीसीसीआई अब एक दूसरे को नोटिस का जवाब दे रहे हैं और वित्तीय धांधली की जांच में इनकम टैक्स विभाग जुटा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार