शाहिद अफरीदी ने संन्यास लिया
३१ मई २०११वेस्ट इंडीज सीरीज के दौरान अफरीदी और मौजूदा कोच वकार यूनुस के बीच मतभेद हो गए. उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कोच की आलोचना की जिसका खामियाजा उन्हें कप्तानी गंवाकर उठाना पड़ा.
अफरीदी ने लंदन से फोन पर कहा, "हां, अब मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर प्रारूप से संन्यास ले लिया है. मैं निराश और आहत हूं और मैंने कोच के बारे में जो कुछ भी कहा था, वह टीम के हित में ही कहा था."
कोच से किचकिच
शाहिद अफरीदी ने पिछले साल जुलाई में ऑस्ट्रेलिया के हाथों शर्मनाक हार मिलने के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. उसके बाद उन्होंने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम का नेतृत्व किया और दोनों में हार मिली. लेकिन न्यूजीलैंड को सीरीज हराने के बाद वह टीम को वर्ल्ड कप के सेमी फाइनल तक ले गए. हालांकि सेमीफाइनल में उनकी टीम भारत से हार गई.
हाल ही में टीम ने वेस्ट इंडीज का दौरा किया और वनडे सीरीज 3-2 से जीती. वहां से आने के बाद अफरीदी कोच यूनुस पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा, "हर किसी को अपना काम करना चाहिए और उसके लिए जवाबदेह होना चाहिए." रिपोर्ट के मुताबिक अफरीदी टीम के चयन में यूनुस के दखल से नाखुश थे.
जब अफरीदी से इन मतभेदों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हमारे मतभेद ऐसे भी नहीं हैं कि हल न किए जा सकें." लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अफरीदी के कोच के खिलाफ बोलने से नाराज हो गया और उन्हें कारण बताओ नोटिस भेज दिया. उसके बाद आयरलैंड के खिलाफ दो वनडे मैचों के लिए टेस्ट कप्तान मिस्बाह उल हक को कप्तानी दे दी गई. सोमवार को पाकिस्तान ने यह सीरीज 2-0 से जीत ली.
लौटने के संकेत
अफरीदी इस सीरीज में अपने पिता की बीमारी की वजह से शामिल नहीं हुए. लेकिन उनका कहना है कि क्रिकेट बोर्ड ने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया. उन्होंने कहा, "मैं अपने देश और लोगों के लिए खेलता हूं. मैंने अपनी टीम को वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाया लेकिन उसका इनाम मुझे यह मिला कि मैं अपनी कप्तानी को लेकर ही निश्चित नहीं था."
अफरीदी ने कहा है कि संन्यास का उनका फैसला आखिरी है और अब वह पीसीबी चेयरमैन एजाज बट के रहते नहीं खेलेंगे. हालांकि उन्होंने इशारा किया कि अगर नेतृत्व में बदलाव होता है तो वापसी कर सकते हैं. उन्होंने कहा, "मौजूदा बोर्ड का खिलाड़ियों से व्यवहार सही नहीं है. मैं इस व्यवस्था में नहीं खेलूंगा. अगर यह व्यवस्ता बदलती है, तभी मैं वापसी के बारे में सोचूंगा क्योंकि मैं हमेशा अपने लोगों के लिए खेला हूं और खेलूंगा."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ईशा भाटिया