शुरुआत ऐसी होगी, सोचा न थाः चंडोक
२० मार्च २०१०नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे चंडोक ने कहा, "मुझे पता था कि फॉर्मूला वन की शुरुआत बहुत मुश्किल होगी लेकिन कभी नहीं सोचा था कि यह इतनी मुश्किल होगी." उन्होंने कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि शुरुआत ऐसी होगी लेकिन दुर्भाग्य ही है कि मेरी शुरुआत ख़राब रही."
आनन फ़ानन में तैयार की गई स्पेन की हिस्पानिया टीम के लिए फॉर्मूला वन में गाड़ी चला रहे चंडोक भारत के दूसरे फर्राटा ड्राइवर हैं. उनसे पहले नारायण कार्तिकेयन भी एक सीज़न में फॉर्मूला वन कार चला चुके हैं.
हालांकि जिस तरह से चंडोक की फॉर्मूला वन में इंट्री हुई, वह भी किसी चमत्कार से कम नहीं है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके पास ज़्यादा अनुभव नहीं है लेकिन स्पेन की टीम को किसी ड्राइवर की तलाश थी. उन्होंने चंडोक और ब्राज़ील के युवा ड्राइवर ब्रुनो सेना को चुना. ब्रुनो फॉर्मूला वन के दिग्गज ड्राइवर आयर्टन सेना के भतीजे हैं, जिनकी 1994 के फॉर्मूला वन ग्रां प्री रेस में हादसे के दौरान मौत हो गई थी.
इस सीज़न के पहले ग्रां प्री के कुछ ही दिनों पहले चंडोक का ट्रैक पर उतरने का मामला पक्का हुआ और उन्होंने बहरीन ग्रां प्री में स्टीयरिंग संभाली. लेकिन वह दूसरे लैप में भी नहीं पहुंच पाए. अब सीज़न की दूसरी रेस ऑस्ट्रेलिया में 28 मार्च को होगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एस गौड़