श्रीलंकाई टीम पर हमले में शामिल छह लोग गिरफ्तार
३० मार्च २०११लाहौर में हुए इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली. पुलिस के मुताबिक आतंकवादी खिलाड़ियों को अगवा कर उन्हें छोड़ने के बदले अपने नेताओं को रिहा कराना चाहते थे. लाहौर पुलिस के प्रमुख असलम तारीन ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आतंकी प्रतिबंधित संगठन तहरीक ए तालिबान के सदस्य हैं. पुलिस के मुताबिक इनमें से कुछ पंजाब प्रांत के टोबा टेक सिंह और बहावलपुर के रहने वाले हैं और कुछ कराची के.
इस हमले में आठ लोगों की जान गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए. घायल होने वालों में श्रीलंकाई टीम के कई खिलाड़ी थी. दो साल पहले करीब एक दर्जन आतंकियों ने लाहौर में लिबर्टी चौक के गोल चक्कर पर व्यस्त ट्रैफिक के बीच टीम के काफिले पर हमला बोला. तब श्रीलंकाई टीम स्टेडियम जा रही थी. पुलिस प्रमुख तारीन ने दावा किया है कि अमानुल्ला उर्फ असदुल्लाह नाम के एक शख्स ने इन हमलों की साजिश रची. गिरफ्तार किए गए बाकी लोगों की पहचान उबैदुल्लाह उर्फ जुबैर, मुहसान रशीद, मुहम्मद जावेद अनवर उर्फ चौधरी, कारी मुहम्मद अशफाक और उमैदुर रहमान कमर उर्फ जुबैर के रूप में हुई है. तारीन ने बताया, "इनमें से चार लोगों ने लाहौर के लिबर्टी चौक पर हुए हमले में हिस्सा लिया."
पुलिस ने इन लोगों के पास से सुसाइड जैकेट, रॉकेट लॉन्चर, कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल, ग्रेनेड और दूसरे हथियार बरामद किए हैं. तारीन ने बताया, "यह लोग खिलाड़ियों को अगवा कर उन्हें छोड़ने के बदले अपने साथियों को पुलिस की गिरफ्त से रिहा कराना चाहते थे. लेकिन सुरक्षाकर्मियों की तरफ से मिली जबर्दस्त टक्कर के बात योजना बदल दी गई. अब तक इस हमले के सिलसिले में दर्जन भर संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है."
अकील उर्फ डॉक्टर उस्मान, खालिदुर रहमान उर्फ अंडा और उस्मान उर्फ गुल खान को तब गिरफ्तार किया गया जब उन्होंने सेना प्रमुख के मुख्यालय पर रावलपिंडी में हमला किया. दो दूसरे प्रमुख संदिग्ध जुबैर उर्फ नायक मुहम्मद और अबुल वहाब उर्फ उमर को भी पुलिस ने पकड़ा है और उनके खिलाफ मुकदमा चल रहा है.
पुलिस के मुताबिक इन लोगों को आतंकियों से पूछताछ में मिली जानकारी और हमले के सीसीटीवी फुटेज की तस्वीरों के आधार पर पकड़ा गया है. हमले के लिए हथियार फैसलाबाद से लाए गए.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी