श्रीलंका में जुआ खेलना जायज हुआ
१० नवम्बर २०१०अब देश में कसीनो और सट्टेबाजी को खुलेआम आयोजित किया जा सकेगा. इसके लिए लाइसेंस लेना होगा जिस पर 2012 से काम शुरू होगा. लाइसेंस न लेने पर ऐसा करना गैरकानूनी होगा. इस अपराध के लिए 45 हजार डॉलर जुर्माना या फिर पांच साल तक की जेल हो सकती है.
सरकार का कहना है कि जुए के लिए कुछ निश्चित क्षेत्र बनाए जाएंगे. इस कदम का विपक्ष ने कड़ा विरोध किया है. यूनाइटेड नेशनल पार्टी का कहना है कि इससे वेश्यावृत्ति जैसी बुराइयों को बढ़ावा मिलेगा. पार्टी के सांसद जोसेफ माइकल परेरा ने कहा, "सरकार एक गैरकानूनी काम को कानूनी बनाने की कोशिश कर रही है. इस तरह तो कुछ देशों में वेश्यावृत्ति भी कानूनन सही है. तो क्या सरकार हमारे यहां भी उसे वैध कर देगी?"
श्रीलंकाई सरकार का कहना है कि कानून में इस बात का ख्याल रखा गया है कि गलत चीजों को बढ़ावा न मिले. उसके मुताबिक जुए और घुड़दौड़ पर शर्त लगाने में उन्हीं चीजों को कानून के तहत लाया गया है जो देश में पहले से हो रही हैं. उप वित्त मंत्री सरथ अमुनुगामा ने कहा, "कसीनो सैलानियों को देश की ओर आकर्षित करने का काम करेंगे."
देश के पर्यटन मंत्रालय की कोशिश है कि ऐसे आकर्षण पैदा किए जा सकें जो ज्यादा पैसा खर्च करने वाले सैलानियों को आकर्षित कर सकें. हालांकि देश में इस वक्त उलझन की स्थिति है. एक तरफ सरकार ने ऐसे बिल बोर्ड्स पर बैन लगा दिया है जिनमें कम कपड़े पहने लड़कियों की तस्वीरें लगी हों. ऐसा बौद्ध भिक्षुओं के विरोध प्रदर्शनों के बाद किया गया. दूसरी तरफ श्रीलंका में रात को जिंदगी काफी हलचल भरी होती है और कई कसीनो हाई प्रोफाइल सेक्स वर्करों के लिए जाने जाते हैं
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा