श्रीलंका में धमाके में 60 से ज्यादा की मौत
१७ सितम्बर २०१०सरकारी प्रवक्ता लक्ष्ममण हुलुगाला ने बताया कि यह धमाका विस्फोटकों के एक ढेर में हुआ. ये विस्फोटक सड़क बनाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे. हुलुगाले ने कहा कि देश के पूर्वी हिस्से में बट्टीकलोआ में विस्फोटकों से भरे ट्रक में यह धमाका हुआ.
हुलुगाला ने बताया कि यह ट्रक चीन की एक निर्माण कंपनी के लिए विस्फोटक ले जा रहा था. पहले इस तरह की खबरें थीं कि धमाका पुलिस के हथियारों के जखीरे में हुआ है, लेकिन हुलुगाला ने इन खबरों से इनकार किया.
श्रीलंका में पिछले साल ही तीन दशक तक चले हिंसक विद्रोह का अंत हुआ है. वहां के तमिल विद्रोही अलग देश की मांग को लेकर तीन दशक से ज्यादा वक्त तक लड़ते रहे. लेकिन पिछले साल सेना ने विद्रोही संगठन लिट्टे के खिलाफ अभियान चलाकर उसके नेता वी प्रभाकरण को मार डाला. प्रभाकरण की मौत के साथ ही लिट्टे के खूनी संघर्ष का भी अंत मान लिया गया. इसके बाद का करीब एक साल शांतिपूर्ण रहा है. हालांकि दुनिया भर में कई जगहों पर तमिल मूल के लोग श्रीलंका के दूतावासों के सामने प्रदर्शन करते रहे हैं. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां खासी चौकन्नी रहती हैं. हालांकि सेना के सूत्रों ने बट्टीकलोआ में हुए धमाके में किसी तरह के आतंकवादी संपर्क से इनकार किया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार