संन्यास के मूड में गिब्स
१० दिसम्बर २००९हालांकि दक्षिण अफ्रीका के एक अख़बार 'बील्ड' का कहना है कि गिब्स को टीम से निकाले जाने की वजह से उन्होंने यह फ़ैसला नहीं लिया है. एक सूत्र के हवाले से अख़बार ने रिपोर्ट छापी है कि गिब्स अपने लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर से संतुष्ट हैं. गिब्स ने इस रिपोर्ट पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है.
दक्षिण अफ्रीका के कोच माइकी आर्थर ने इस बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया है. वह कहते आए हैं कि 2011 के वर्ल्ड कप में गिब्स भी टीम का हिस्सा होंगे.
35 साल के गिब्स 13 साल से भी ज़्यादा समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं और वह दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाज़ों में गिने जाते हैं. दुनिया के सबसे हाई स्कोरिंग मैच में जब दक्षिण अफ्रीका ने 438 रन बना कर ऑस्ट्रेलिया को हराया था, तो उसमें गिब्स ने बेहतरीन 175 रन की पारी खेली थी. टेस्ट मैचों में उनके नाम 14 शतक सहित 6167 रन हैं, जबकि वनडे में वह 21 शतक के साथ 8,060 रन बना चुके हैं. गिब्स पिछले एक साल से दक्षिण अफ्रीका की टेस्ट टीम में शामिल नहीं हैं, जबकि सितंबर के बाद से उन्होंने कोई वनडे मैच नहीं खेला है.
हालांकि गिब्स का नाम मैच फ़िक्सिंग मामले में भी ज़ोर शोर से उभरा था. दिल्ली पुलिस ने 2000 उनके ख़िलाफ़ मामला भी दर्ज किया था, जिसके बाद से वह भारत आने में कतराते रहे हैं. उन्हें मैच फ़िक्सिंग कांड में उस वक़्त के दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हैंसी क्रोन्ये का दाहिना हाथ समझा जाता था. क्रोन्ये ने मैच फ़िक्सिंग की बात मान ली थी. इसके बाद उनकी एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई. इस मामले में गिब्स पर भी छह महीने की पाबंदी लगी थी.
इसके अलावा 2001 में वेस्ट इंडीज़ दौरे के बीच में मारिजुआना पीने की वजह से उन्हें जुर्माना भी देना पड़ा था. इसके अलावा पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच के दौरान उन पर नस्ली टिप्पणी करने के भी आरोप लगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ए कुमार