सचिन का शतक भारत मजबूत
१२ मार्च २०११वर्ल्ड कप में सचिन का ये छठा शतक है जिसके लिए उन्होंने कुल 92 गेंदों का सामना किया. 36 ओवरों तक पिच पर डटे रह कर सचिन ने 7 चौकों और तीन छक्कों की मदद से अपना 48वां वनडे शतक पूरा किया. सहवाग की आतिशी और सचिन की संभल कर की गई बल्लेबाजी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत को एक ठोस शुरुआत दे दी है. 37 ओवरों के खत्म होने तक भारत ने एक विकेट के खोकर 243 रन बनाए हैं.
सुबह कप्तान धोनी ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और सचिन सहवाग की सलामी जोड़ी ने अपनी सधी बल्लेबाजी से इस फैसले को सही साबित किया. एक तरफ से सचिन संभल कर खेलते रहे दूसरी ओर से सहवाग अपने अंदाज में बल्ले से रन निकालते रहे. हालांकि ये जोड़ी बहुत ज्यादा देर नहीं टिक पाई और 18वें ओवर की चौथी गेंद पर सहवाग को डू प्लेसिस ने बोल्ड कर दिया. तब तक सहवाग ने अपने 12 चौकों की मदद से 66 गेंदों में 73 रन पूरे कर लिए और टीम इंडियो को एक मजबूत शुरुआत दे दी.
इसके बाद आए गौतम गंभीर भी मजबूती से जमे हुए हैं और उन्होंने भी अपना अर्धशतक पूरा कर लिया है.
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से एक मात्र सफलता प्लेसिस को मिली जिन्होने सहवाग को आउट किया हालांकि इसके लिए उन्हें अपने तीन ओवरों में 22 रनों की कीमत चुकानी पड़ी. सबसे बुरा हाल स्टेन और पीटर्सन का हुआ है जिन्हें अपने छह छह ओवरों में 43 और 41 रन देने के बाद भी कोई सफलता हासिल नहीं हुई. ड्युमिनी के 3 ओवरों में 29 बोथा के 8 ओवरों में कुल 30 रन बने.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ईशा भाटिया