सड़क के रास्ते प्याज दे दो: भारत
७ जनवरी २०११पाकिस्तान भारत को प्याज पानी के जहाजों पर लादकर दे रहा है. भारत चाहता है कि वाघा बॉर्डर से सड़क के रास्ते भी आए. लेकिन पाकिस्तान ने सड़क परिवहन के जरिए प्याज के निर्यात पर रोक लगाई हुई है. भारत और पाकिस्तान के कारोबारी इसे हटाए जाने की मांग कर रहे हैं.
शुक्रवार को नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री कृष्णा ने कहा, ''हम आपस में बातचीत कर रहे हैं. उम्मीद है कि हम समाधान तक पहुंच जाएंगे.'' भारत सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच बातचीत सफलता से हो रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि शुक्रवार को ही मामला हल कर लिया जाएगा.
पाकिस्तान के 300 ट्रक 3,000 टन प्याज लेकर वाघा सीमा पहुंच चुके हैं. ट्रकों के भारत की सीमा पर पहुंचने के बाद ही पाकिस्तान ने यह पाबंदी लगाई है. इस वजह से पाकिस्तान के कस्टम विभाग के अधिकारियों ने ट्रकों को रोका हुआ है. इसके चलते भारत में प्याज की कीमत फिर 5-10 रुपये किलो बढ़ गई है.
अपनी सरकार के फैसले से लाहौर के प्याज विक्रेता भी नाराज हैं. सार्क चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष इफ्तिखार अली मलिक ने कहा, ''ऐसे फैसलों से नुकसान होता है और बहुमूल्य सामान खराब होता है. ऐसी स्थिति न दोनों देशों के लिए अच्छी है और न ही व्यापार के लिए.''
भारत में बीते दो महीनों से प्याज की जबरदस्त किल्लत है. केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार प्याज की कमी के लिए बारिश को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. वैसे 2009 में भी भारत में चीनी महंगी हो गई थी. तब पता चला था कि कई बड़े कारोबारियों ने बाजार में जानबूझकर चीनी की किल्लत पैदा की और करीब 600 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़