सबसे ज्यादा सैन्य खर्च करने वाले 10 देश
दुनिया भर में सैन्य खर्च लगातार बढ़ रहा है. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की ताजा रिपोर्ट बताती है कि दुनिया के बड़े देश अब सुरक्षा तकनीकों पर बड़ी राशि खर्च कर रहे हैं. एक नजर आंकड़ों पर.
सालाना खर्च
स्वीडन की संस्था सिपरी की सालाना रिपोर्ट बताती है कि साल 2018 में दुनिया भर का सैन्य खर्च करीब 1.822 ट्रिलियन डॉलर मतलब रहा. पिछले साल के मुकाबले यह खर्च 2.6 फीसदी तक बढ़ा है.
सबसे आगे
सैन्य खर्च बढ़ाने वाले देशों में अमेरिका सबसे आगे है. रिपोर्ट कहती है कि 2017 के मुकाबले 2018 में खर्च 4.6 फीसदी तक बढ़ गया. कुल मिलाकर अमेरिका ने करीब 649 अरब डॉलर रक्षा तकनीकों और सेना पर खर्च किया. रिसर्चरों के मुताबिक पिछले सात सालों में हुई यह पहली बढ़ोतरी है, और भविष्य में इसमें इजाफा हो सकता है.
चीन
अमेरिका के बाद नंबर आता है चीन का. चीन ने अपना सैन्य खर्च पिछले साल के मुकाबले करीब 5 फीसदी तक बढ़ाया है जो तकरीबन 250 अरब डॉलर तक बैठता है. जानकारों के मुताबिक चीन ने लगातार 24वें साल सैन्य खर्च में बढ़ोतरी की है.
सऊदी अरब
चीन के बाद तीसरे स्थान पर है सऊदी अरब. सऊदी अरब ने तकरीबन 67.6 अरब डॉलर सैन्य खर्च पर लगाए हैं. कुछ समय पहले सिपरी की हथियारों से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आर्म इम्पोर्टर देश बन गया है.
भारत
इस सूची में चौथे स्थान पर भारत का नाम आता है. साल 2018 में भारत का सैन्य खर्च करीब 66.5 अरब डॉलर के करीब रहा. जानकार मानते हैं कि इस बढ़ोतरी का एक बड़ा कारण पाकिस्तान और चीन के साथ तनाव बढ़ना भी है.
फ्रांस
पांचवें स्थान पर आने वाले फ्रांस का सैन्य खर्च करीब 63.8 अरब डॉलर रहा. पिछले साल के मुकाबले फ्रांस के सैन्य खर्च में 1.6 फीसदी की कटौती दर्ज की गई है.
रूस
रूस का सैन्य खर्च तकरीबन 61.4 अरब डॉलर रहा. 2006 के बाद यह पहला मौका है जब रूस सैन्य खर्च करने वाले टॉप पांच देशों में शामिल नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016 के बाद से ही देश के सैन्य खर्च में लगातार कटौती हुई है.
ब्रिटेन
सूची में सातवें स्थान पर बने ब्रिटेन का सैन्य खर्च तकरीबन 50 अरब डॉलर रहा. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल सैन्य खर्च का 60 फीसदी हिस्सा टॉप 5 देशों से आता है.
जर्मनी
जर्मनी भी सैन्य खर्च के मामले में ब्रिटेन के काफी नजदीक है. जर्मनी का सैन्य खर्च 49.5 अरब डॉलर के करीब रहा. जर्मनी के सरकारी चैनल एआरडी ने अपने सर्वे में बताया था कि तकरीबन 53 फीसदी जर्मन लोग रक्षा खर्च में बढ़ोतरी का समर्थन नहीं करते हैं.
बाकी देश
नौंवें स्थान पर रहे जापान ने करीब 46.6 अरब डॉलर सैन्य खर्च में लगाए. इसके बाद 43.1 अरब डॉलर के साथ दक्षिण कोरिया का नंबर आता है.