साइना को मिलेगा राजीव गांधी खेल रत्न
३० जुलाई २०१०पीटी उषा की अगुवाई में राष्ट्रीय खेल अवार्ड्स की चयन समिति की बैठक हुई, जिसमें फैसला किया गया कि इस बार खेल का यह पुरस्कार हैदराबाद की साइना नेहवाल को मिलना चाहिए. साइना नेहवाल ने मार्च में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई. इसके बाद उन्होंने एक एक कर लगातार तीन अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते.
पुरस्कार का एलान होने के बाद साइना बेहद खुश हैं. उनका कहना है, "मैं सचमुच बहुत खुश हूं. यह यकीन से परे बात है. साल भर के अंदर मुझे दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है. मेरे लिए यह सपना सच होने जैसा है. राष्ट्रीय पुरस्कार आपको बहुत प्रोत्साहित करते हैं और इसके साथ ही मुझे इस बात की प्रेरणा मिली है कि मुझे अपने देश के लिए और बेहतर करना है."
साइना ने कहा, "पिछले दो साल में मैंने अच्छा खेला है और हाल में लगातार तीन खिताब जीतने के बाद मेरा विश्वास बढ़ा है. मैं अब विश्व खिताब की तैयारी कर रही हूं और मुझे उम्मीद है कि मैं यह जीत सकती हूं."
साइना को पिछले साल ही अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया है. इसके अलावा भारत में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए जिन छह लोगों को ब्रैंड अम्बैसडर बनाया गया है, उनमें साइना का नाम भी शामिल है.
राष्ट्रीय कोच और साइना नेहवाल को लगातार ट्रेनिंग दे रहे भारत के पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद ने भी इस एलान का स्वागत किया है. गोपीचंद ने कहा, "यह सचमुच शानदार खबर है. वह इस अवार्ड की हकदार है. उसने पिछले दो साल में शानदार प्रदर्शन किया है और इस दौरान उसका खेल भी निखरा है. उसे खुद पर यकीन होने लगा है मुझे भरोसा है कि आने वाले दिनों में वह और खिताब जीत सकती है."
गोपीचंद ने कहा कि अगले महीने होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप साइना नेहवाल के लिए एक बहुत बड़ा इम्तिहान होगा क्योंकि वहीं तय होगा कि क्या साइना दुनिया में पहले नंबर की बैडमिंटन खिलाड़ी बन सकती है या नहीं. उन्होंने कहा, "सब कुछ वर्ल्ड चैंपियनशिप में ही तय होगा क्योंकि इसके अलावा जो दो मुकाबले होने हैं, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेल, दुर्भाग्य से उनमें रैंकिंग तय नहीं होती."
पिछले साल राजीव गांधी खेल रत्न मुक्केबाज विजेन्दर सिंह, पहलवान सुशील कुमार और महिला मुक्केबाज एमसी मेरीकोम को संयुक्त रूप से दिया गया था. राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल 29 अगस्त को एक कार्यक्रम में यह पुरस्कार देंगी. इसमें साढ़े सात लाख रुपये के अलावा एक प्रशस्ति पत्र और एक मेडल दिया जाता है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः महेश झा