सारकोजी का मुकाबला सीधे सादे फ्रांसुआं ओलोंड से
१७ अक्टूबर २०११फ्रांसुआं ओलोंड और निकोला सारकोजी का व्यक्तित्व एक दूसरे के बिल्कुल उलट है. दक्षिणपंथी पार्टी के सारकोजी को स्टाइल और ग्लैमर के लिए जाना जाता है जबकि ओलोंड बहुत सादे व्यक्ति हैं. वह स्कूटर से दफ्तर आते जाते हैं और ग्लैमर की दुनिया से उनका कोई नाता नहीं.
रविवार को सोशलिस्ट पार्टी ने इस बात का फैसला किया कि राष्ट्रपति चुनाव में उसका उम्मीदवार कौन होगा. वोटिंग में 57 साल के ओलोंड ने मार्टिने ऊबरी को हरा दिया. ओलोंड 1997 से 2008 तक पार्टी के अध्यक्ष रहे. मार्च में उन्होंने एलान किया कि वह राष्ट्रपति पद के दावेदार होंगे. इस दौड़ में उनका मुकाबला अपनी पार्टी के पांच और नेताओं से रहा. लेकिन प्रचार के दौरान उन्होंने अपनी छवि एक विनम्र और सीधे सादे व्यक्ति के तौर पर पेश की. प्रचार के दौरान आए मत सर्वेक्षणों में भी उन्हीं की दावेदारी सबसे मजबूत दिखती रही. उन्होंने कहा कि वह तड़क भड़क वाले सारकोजी के उलट एक सामान्य राष्ट्रपति होंगे.
जवाब हाजिर ओलोंड
ओलोंड तीखी हाजिर जवाबी के लिए जाने जाते हैं. प्रतिद्वन्द्वी पार्टी के नेता और पूर्व राष्ट्रपति ज्याक शिराक की पत्नी बर्नाडेटे शिराक ने एक बार ओलोंड के बारे में कहा, "वह बहुत मजाकिया हैं. वह जानते हैं कि भीड़ को, बाजार को या फिर स्थानीय काउंसिल को कैसे अपने साथ लगाना है."
ओलोंड ने हाल के दिनों में अपने आपको चुस्त दुरुस्त बनाने पर भी काफी ध्यान दिया है. उन्होंने अपना वजन काफी कम किया है. लेकिन ऐसा नहीं है कि उनकी आलोचना करने के लिए लोगों के पास बातें नहीं हैं. आलोचक कहते हैं कि ओलोंड पार्टी के भीतर केंद्रीय नेतृत्व की तरह काम करते हैं. इसके अलावा वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, संसद के सदस्य हैं लेकिन उन्होंने न तो कभी राष्ट्रीय स्तर पर कोई सरकारी पद संभाला है और न ही किसी संस्था को चलाया है. पार्टी के चुनावों के दौरान उनकी प्रतिद्वन्द्वी ऊबरी ने उन्हें नरम वामपंथी दोलक कहा. यानी उन्हें किसी भी तरफ मोड़ा जा सकता है.
ओलोंड के दोस्त कहते हैं कि जब वह टेलीविजन कैमरों से दूर होते हैं, तब वह बेहद स्नेही और मजाकिया होते हैं. उन्होंने धीरे धीरे पार्टी समर्थकों में अपना बड़ा समर्थन तैयार किया है. वह खुद को एक आधुनिक विचारक के तौर पर पेश करते हैं जो पार्टी के अन्य नेताओं के मुकाबले ज्यादा उदार हैं.
पार्टी में मुकाबले के दौरान आखिरी दिनों में ओलोंड ने अपने रुख में थोड़ा बदलाव भी किया. जब वैश्विकरण विरोधी कट्टरपंथी नेताओं का दबाव बढ़ा तो उन्होंने भी बैंकों और वित्तीय बाजारों की तीखी आलोचना की.
बचपन का सपना
12 अगस्त 1954 को उत्तर पश्चिमी शहर रुआं के एक मध्यवर्गीय परिवार में जन्मे ओलोंड ने बचपन में ही अपनी मां से कहा था कि वह देश के राष्ट्रपति बनना चाहते हैं. उन्होंने प्रतिष्ठित कॉलेज इकोले नेशनल दे एडमिनिस्ट्रेशन में पढ़ाई की जहां से देश के कई बड़े नेता निकले हैं. सोशलिस्ट कार्यकर्ता बनने के बाद उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसुआं मित्रौं के लिए प्रचार भी किया था.
ओलोंड की पूर्व जीवन साथी सेगोलीन रोयाल भी सोशलिस्ट पार्टी की बड़ी नेता हैं. दोनों के चार बच्चे हैं. रोयाल ने 2007 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ा था और वह सारकोजी से हार गई थीं. इस बार भी रोयाल दावेदार थीं लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली.
ओलोंड ने अपनी नीतियों को जाहिर करते हुए जो प्रस्ताव दिए हैं उनमें शिक्षा को लेकर बड़े सुधारों की बात है. उन्होंने कहा है कि चुने जाने पर वह कम से कम 60 हजार स्कूल टीचर भर्ती करेंगे. यह मौजूदा सारकोजी सरकार की नीति के एकदम उलट है क्योंकि सारकोजी नौकरियों में कटौती की बात कर रहे हैं. हालांकि ओलोंड यह भी साफ कर चुके हैं कि वह उन वामपंथियों में से नहीं हैं जो सरकारी खर्च में बढ़ोतरी से खुश होते हैं. उन्होंने तो फ्रांस के सरकारी घाटे में कमी की बात कही है.
फ्रांस में हो रहे सर्वेक्षणों में यह बात सामने आई है कि लोग उन्हें पसंद कर रहे हैं. फ्रांस के लिए आर्थिक रूप से यह संकट का वक्त है. यूरो जोन मुश्किल में है और देश कई मोर्चों पर वित्तीय संकटों से जूझ रहा है. ऐसे दौर में हुए सर्वेक्षणों के मुताबिक लोगों को लगता है कि ओलोंड सारकोजी से बेहतर काम कर सकते हैं.
रिपोर्टः एपी/रॉयटर्स/वी कुमार
संपादनः ए कुमार