सिगरेट छोड़ी तो बने राष्ट्रपति ओबामा
११ जनवरी २०१०यह तथ्य एक नई किताब 'द रेस ऑफ़ ए लाइफ़ टाइम' में सामने आया है. ब्रिटिश अख़बार 'द टाइम्स' ने इस किताब के अंशों को प्रकाशित किया है. इसमें लिखा है कि जब ओबामा ने मिशेले को सिगरेट छोड़ने, बच्चों के स्कूल में पेरेन्ट्स टीचर मीटिंग में हिस्सा लेने और उनके सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपस्थित रहने का वादा किया तब ही मिशेले ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में खड़े होने का समर्थन किया.
जनवरी 2007 में भी ओबामा के दिमाग़ में पीछे हटने का विचार कहीं न कहीं था. उस समय ओबामा ने अपने मुख्य सलाहकार से कहा था कि "राष्ट्रपति अगर नहीं भी बने तो भी सिर्फ़ बराक ओबामा भी बुरा नहीं है."
'द रेस ऑफ़ लाइफ़ टाइम', ओबामा के स्टाफ़ और 2008 में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों सहित कुल 200 लोगों के इंटरव्यू के आधार पर लिखी गई है.
किताब के सहायक लेखक मार्क हेल्परिन का कहना था कि "क्या मिशेले उन्हें रोक सकीं, इस बारे में कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. वह सच में सिगरेट के ख़िलाफ़ थी."
ब्रिटिश अख़बार ने इस क़िताब के कुछ अंश प्रकाशित किए हैं. इनमें यह भी सामने आया है कि ओबामा की ख़ास सिफ़ारिश के बावजूद हिलेरी क्लिंटन को विदेश मंत्री बनने नहीं दिया गया था कारण उनके पति बिल क्लिंटन का बताया गया. हिलेरी का बयान कहता है "मैं उन्हें नियंत्रित नहीं कर सकती, किसी न किसी मोड़ पर मुश्किल साबित हो सकते हैं."
असल में बिल क्लिंटन का हिलेरी के लिए चुनाव प्रचार करना अख़बारों के लिए चर्चा का मुद्दा था. ओबामा के ख़िलाफ़ नस्लवादी टिप्पणी देने के लिए उनकी कड़ी आलोचना की गई थी. किताब के लेखकों का दावा है कि बिल क्लिंटन ने सेनेटर टेड केनेडी को फ़ोन पर कहा था कि "कुछ साल पहले यह आदमी (ओबामा) हमे कॉफ़ी लाकर दे रहा होता." सिनेटर टेड ने बाद में ओबामा का समर्थन किया था.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे