सिर्फ यूरोप में 134 अरब डॉलर का है वायु प्रदूषण
२४ नवम्बर २०११यूरोपीय संघ की पर्यावरण एजेंसी के मुताबिक प्रदूषण से सबसे ज्यादा नुकसान यूरोप के देशों में ऊर्जा पैदा करने वाली कंपनियों के कारण हो रहा है. उनके बाद उत्पादन करने वाली कंपनियों की बारी आती है. रिपोर्ट से सामने आए नतीजों ने जीवाश्म ईंधन से ऊर्जा पैदा करने वाली कंपनियों का स्वास्थ्य और पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में बता दिया है. पर्यावरण एजेंसी की प्रमुख जैकलीन मैकग्ले़ड ने एक बयान जारी कर कहा, "अब यह जरूरी हो गया है कि साफ ऊर्जा का इस्तेमाल जल्दी से शुरू किया जाए."'
यूरोपीय संघ की इस एजेंसी की रिपोर्ट के नतीजे यूरोप की दस हजार सबसे ज्यादा प्रदूषण पैदा करने वाली कंपनियों के उत्सर्जन के आंकड़ों के आधार पर निकाले गए हैं. इन नतीजों को तैयार करने में स्वास्थ्य का ध्यान रखने में होने वाला खर्च, खेतों के पैदावार में कमी और फसलों और दूसरी चीजों को होने वाले नुकसान को भी शामिल किया गया है. डेनमार्क के कोपेनहेगन में स्थित यूरोपीय संघ की इस एजेंसी ने बताया कि 2009 में इस नुकसान की कीमत करीब 137 अरब अमेरिकी डॉलर थी. इनमें आधा से ज्यादा नुकसान केवल 191 कंपनियों से निकले उत्सर्जन से हुआ है.
जर्मनी, पोलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस और इटली की कंपनियां सबसे ज्यादा नुकसान कर रही हैं. वायु को प्रदूषित करने वाले नाइट्रोजन ऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड के अलावा रिपोर्ट में भारी धातुओं, ऑर्गेनिक सूक्ष्म प्रदूषकों और ग्रीनहाउस गैस कार्बन डाइ ऑक्साइड से होने वाले नुकसान का भी अनुमान लगाया है.
रिपोर्टः एपी/एन रंजन
संपादनः महेश झा