सिलेब्रिटी माता पिता के बच्चों का गुम होता बचपन
१२ मई २०११माता पिता का सिलेब्रिटी होना जहां एक तरफ बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होता है तो दूसरी ओर उन पर हर समय एक दबाव भी बना रहता है. इन बच्चों की तुलना हमेशा इनके माता पिता से की जाती है. आम तौर पर यह देखा जाता है कि यदि माता पिता मशहूर अदाकार हों, तो बच्चे भी उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए अदाकार बन जाते हैं और फिर उन्हें अपने माता पिता जैसा या फिर उन से भी बेहतर बन कर दिखाना पड़ता है. बॉलीवुड में अभिषेक बच्चन से रणबीर कपूर तक और करिश्मा कपूर से ईशा देओल तक सभी 'सिलेब्रिटी किड्स' ने इस दबाव का सामना किया है.
छोटे बच्चे बड़ी हील्स
पर हॉलीवुड में यह दबाव बेहद कम उम्र में ही शुरू हो जाता है. दुनिया की नजरों में 'स्टाइल आइकन' बने सिलेब्रिटी के बच्चों के जवान होने का इंतजार नहीं किया जाता, बल्कि बचपन में ही उनमें उनके माता पिता की छवि को ढूंढा जाता है. इसका सीधा असर बच्चों के पहनावे पर देखा जा रहा है. बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाए जाते हैं जिससे उनमें उनके माता पिता की झलक देखी जा सके. यही वजह है कि टॉम क्रूज और केटी होल्म्स की छोटी सी पांच साल की बेटी सूरी क्रूज को कई बार 'हाइ हील्स' पहने देखा गया. इसी तरह से एंजेलीना जोली और ब्रैड पिट के बच्चों को टाइट जीन्स में देखा जाता है. डेविड और विक्टोरिया बेकहम का आठ साल का बेटा रोमियो बेकहम तो सूट बूट के लिए काफी लोकप्रिय है. यहां तक कि बेकहम जूनियर को ब्रिटेन का सबसे अच्छे पहनावे वाला लड़का भी कहा जाता है.
सूरी इफेक्ट
सिलेब्रिटी बच्चों के पहनावे को देखते हुए फैशन इंडस्ट्री में बच्चों के नए तरह के फैशन की बाढ़ आ गई. एस ओलिवर, टॉम टेलर और ऑटो जैसे सभी बड़े ब्रैंड्स अब बड़ों के कपड़ों को ही छोटे साइज में बना रहे हैं. यानी निकर और फ्रॉक की जगह अब ब्लेजर और मिनी स्कर्ट्स को बच्चों के लिए 'इन' कहा जाने लगा है. ब्रिटेन के कपड़ों के ब्रैंड जेपी बोडन के निदेशक जॉनी बोडन में कहते हैं, "इस बात का पूरा ध्यान रखना पड़ता है कि स्कर्ट हद से ज्यादा छोटी और नेकलाइन हद से ज्यादा नीची ना हो."
सूरी क्रूज की सुनहरी हील्स, लाल ओवरकोट और हाथ में लटकाए हुए पर्स की तस्वीर इतनी लोकप्रिय हुई कि इसे 'सूरी इफेक्ट' का नाम दे दिया गया. जर्मनी में बच्चों के फैशन का विश्लेषण करने वाली हाकेनबैर्ग कहती हैं, "सूरी इफेक्ट ने जर्मनी में भी बच्चों के पहनावे पर असर डाला है. हर कोई 'कूल' और 'शिक' दिखना चाहता है."
'हॉट' माता पिता के बच्चों को 'कूल' दिखना भले ही जरूरी हो, लेकिन इस से उनका बचपन उनसे जरूर छिन रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: ए कुमार