सीरिया-इस्राएल वार्ता शुरूआती लक्ष्य: मिचेल
२६ जुलाई २००९बशर अल असद से मुलाक़ात के बाद जॉर्ज मिचेल ने कहा कि अमेरिकी सीरिया के साथ अपने रिश्तों को बेहतर करना चाहता है साथ ही क्षेत्र में स्थायी शांति की कोशिशों पर भी दोनों नेताओं में बात हुई. मिचेल के मुताबिक़ उन्होंने बशर अल असद को बताया है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा इस्राएल और अरब देशों के बीच शांति समझौते के लिए हरसंभव प्रयास करने के लिए तैयार हैं.
जॉर्ज मिचेल के शब्दों में यह शांति फ़िलिस्तीनियों और इस्राएल के बीच, सीरिया और इस्राएल में और लेबनान और इस्राएल के बीच होगी. इसके बाद क्षेत्र में इस्राएल और अरब देशों में संबंध सामान्य हो जाएंगे. जॉर्ज मिचेल ने ज़ोर देकर कहा कि ऐसी शांति की स्थापना अमेरिका का दीर्घकालिक लक्ष्य है लेकिन शुरूआत के लिए अमेरिका इस्राएल और सीरिया में वार्ता का दौर शुरू करना चाहेगा.
जून में सीरिया के साथ बातचीत के बाद यह दूसरा मौक़ा है जब मिचेल ने सीरियाई नेताओं से मुलाक़ात की है. अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स भी मध्य पूर्व का जल्द दौरा करने वाले हैं. इस्राएल फ़िलिस्तीन समस्या के समाधान के रास्ते में आती मुश्किलों को देखकर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरिया के साथ वार्ता शुरू करने का फ़ैसला लिया है.
इस्राएली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतनयाहू सीरिया की उन मांगों को ख़ारिज करते रहे हैं जिसमें सीरिया चाहता है कि इस्राएल 1967 में क़ब्ज़े में ली गई गोलान पहाड़ियों सहित अन्य इलाक़ों पर अपना नियंत्रण छोड़े और फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों की समस्या का हल निकाले. शांति समझौते के लिए सीरिया इन्हें न्यूनतम शर्तें बताता रहा है.
अमेरिका और सीरिया के बीच रिश्तों में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के कार्यकाल के दौरान कड़वाहट बढ़ी थी लेकिन बराक ओबामा के राष्ट्रपति बनने के बाद से संबंधों में सुधार आता दिख रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: उ भ