सीरिया के समर्थक और विरोधी अन्नान से निराश
१३ जुलाई २०१२विपक्ष ने अपने बयान में कहा है, "इस खूनी पागलपन, जिससे सीरिया के अस्तित्व को खतरा है और इस इलाके में और पूरी दुनिया में शांति और सुरक्षा को भी खतरा है, उसे रोकने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्याय 7 को फौरन और पूरी तरह लागू किया जाना जरूरी है." इस अध्याय के अनुसार सीरिया पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं और सैन्य कार्रवाई भी की जा सकती है. फ्रांस ने भी विपक्ष का साथ देते हुए संयुक्त राष्ट्र से यही मांग की है.
यह बयान गुरूवार को हुई हिंसा के बाद आया है जिसमें 150 लोगों की जान चली गई. मुस्लिम ब्रदरहुड ने कहा है कि निर्दोष लोगों की जान की जिम्मेदार सिर्फ सरकार नहीं है, बल्कि रूस और ईरान भी हैं, जो इस मसले हो हल नहीं होने दे रहे. साथ ही कोफी अन्नान पर भी इसकी जिम्मेदारी डाली गई है. सीरिया का विपक्ष कोफी अन्नान की कड़ी आलोचना कर रहा है. विपक्ष का कहना है कि अन्नान चार महीने में भी कुछ नहीं कर पाएं हैं. अन्नान एक शांति प्रस्ताव ले कर आए थे जो विफल होता दिख रहा है.
वहीं रूस ने कहा है कि वह चाहता है कि कोफी अन्नान सीरिया में विपक्ष के साथ मिल कर काम करे और अन्नान की मॉस्को यात्रा के दौरान वह इस पर चर्चा भी करेगा. रूस ने लगातार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सामने राष्ट्रपति बशर अल असद का बचाव किया है. लेकिन इस हफ्ते पहली बार रूस ने सीरिया में विपक्ष के साथ बातचीत की और देश में हिंसा रोकने की अपील भी की.
हालांकि अन्नान की रूस यात्रा के बारे में अभी औपचारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में वह मॉस्को जाएंगे. समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने कहा है कि वह अगले हफ्ते की शुरुआत में मॉस्को पहुंचेंगे. रूस ने भी अन्नान से निराशा जताई है. उपविदेश मंत्री गेनाडी गाटिलोव ने इंटरफैक्स से बातचीत में कहा, "यह बहुत दुखद है कि हमें अब तक उनकी और उनकी टीम की तरफ से कोई व्यावहारिक नतीजे नहीं मिले हैं."
आईबी/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)