सीरिया में संघर्ष विराम की घटती उम्मीदें
१६ फ़रवरी २०१६उत्तरी सीरिया में सरकारी सैनिकों और कुर्द लड़ाकों के सहबंध ने विद्रोही गुटों से और इलाके छीन लिए हैं. सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी साना और ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार सरकारी सैनिकों ने अलेप्पो प्रांत के अहरास और मिसकान गांवों पर कब्जा कर लिया है. इसके अलावा अरब और कुर्द गुटों के सहबंध सीरिया डेमोक्रैटिक फोर्स ने अलेप्पो के प्रमुख शहर टेल रिफत और पास के गांव कफार नासेह पर कब्जा कर लिया है जो अब कर अलेप्पो में उग्रपंथियों का सबसे बड़ा गढ़ था. सीरियाई सेनाएं रूसी बमबारी की मदद से फरवरी से अलेप्पो में बड़ा सैनिक अभियान चला रही है.
उधर उत्तरी सीरिया में कुर्द गुटों के खिलाफ तुर्की की सैनिक कार्रवाई पर पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया का अंकारा विरोध कर रहा है. तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत तावुसोग्लू फ्रांसीसी विदेश मंत्री जाँ मार्क आयरो के साथ बात कर सीरिया में कुर्द मिलिशिया के लक्ष्यों पर सैन्य कार्रवाई पर फ्रांस सरकार की टिप्पणी पर असंतोष जताया है. फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में तुर्की से सीरिया के कुर्द इलाकों में वाईपीजी मिलिशिया के ठिकानों पर बमबारी रोकने को कहा था. इससे पहले तुर्की ने अमेरिकी बयान पर भी असंतोष व्यक्त किया था जिसमें वाईपीजी और तुर्की से कहा गया था कि आईएस दोनों का साझा दुश्मन है.
इस बीच सीरिया में संघर्ष विराम की उम्मीदें लगातार कम होती जा रही है. सोमवार को उत्तरी सीरिया में रॉकेट हमलों में संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 50 लोग मारे गए. रिपोर्ट के अनुसार अलेप्पो और इदलीब में सोमवार को 5 अस्पतालों और दो स्कूलों को निशाना बनाया गया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का हनन बताते हुए कहा ये हमले पांच साल से चल रहे गृहयुद्ध को बंद कराने के प्रयासों पर साया डालेंगे. अमेरिका ने भी तुर्की की सीमा के करीब हुए हवाई हमलों की निंदा की है. एक अस्पताल राहत संगठन डॉक्टर्स विदाउट बोर्डर्स चला रहा था.
ये साफ नहीं है कि हमला किसने किया. मॉस्को में सीरिया के राजदूत ने आरोप लगाया है कि हमले के लिए अमेरिका जिम्मेदार है. जबकि तुर्की के हमलों के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया है. रूस ने आरोपों को खंडन किया है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, "हम इस तरह के बयानों को पूरी तरह अस्वीकार करते हैं, इसलिए भी कि हर बार आरोप लगाने वाले अपने निराधार आरोपों को साबित करने में विफल रहे हैं." रूस के आग्रह पर मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सीरिया में तुर्की के हमले पर चर्चा करेगी.
इस बीच तुर्की और रूस के बीच सीरिया में सैनिक कार्रवाई को लेकर तल्खी बढ़ती जा रही है. रूस ने कुर्द लड़ाकों पर तुर्की के हमले को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को बढ़ावा देने का कारक बताया है जबकि तुर्की के प्रधानमंत्री दावुतोग्लू का आरोप है कि रूस आतंकवादी संगठन की तरह बर्ताव कर रहा है. तुर्की पिछले कई दिनों से कुर्द वाईपीजी संघट के ठिकानों पर हमला कर रहा है ताकि उसके प्रसार को रोका जा सके. अंकारा वाईपीजी को तुर्की में प्रतिबंधित लेबर पार्टी पीकेके की शाखा मानता है जबकि पश्चिमी देश उसे जिहादियों के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण सहयोगी मानते हैं.
उधर सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने संदेह व्यक्त किया है कि अंतरराष्ट्रीय संपर्क दल द्वारा तय संघर्ष विराम लागू हो पाएगा. असद ने कहा कि व्यवहार में संघर्ष विराम को एक सप्ताह के अंदर लागू करना अत्यंत मुश्किल है, "एक हफ्ते में सारी शर्तें पूरी करने में कौन सक्षम है? कोई नहीं." सीरिया पर अंतरराष्ट्रीय संपर्क दल ने पिछले शुक्रवार को म्यूनिख में तय किया था कि इस सप्ताह के अंत तक सीरिया में संघर्ष विराम लागू किया जाएगा.लेकिन आईएस और दूसरे उग्रपंथी गुटों पर हमले जारी रहेंगे.
दमिश्क में सरकारी हलकों ने बताया है कि संयुक्त राष्ट्र के सीरिया दूत स्टाफान दे मिस्तूरा सीरियाई राजधानी के दौरे पर हैं जहां वे सीरिया के विदेश मंत्री वालिद मुअल्लम से मिल रहे हैं. दोनों के बातचीत के केंद्र में नियोजित संघर्ष विराम और संघर्ष वाले इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाना है. दोनों पक्ष फरवरी के अंत के लिए नियोजित शांति वार्ताओं पर भी चर्चा करेंगे.
एमजे/ओएसजे (एएफपी, एपी)