सीरिया में सरकार की क्षमादान की पेशकश
४ नवम्बर २०११सीरियाई अधिकारियों ने कहा है कि हथियार सौंपने वाले विद्रोहियों के लिए यह पेशकश आने वाले शनिवार से अगले शनिवार तक लागू रहेगी. सरकारी टेलीविजन और सरकारी समाचार एजेंसी साना ने गृह मंत्रालय के हवाले से कहा है कि जो अपने हथियार पास के पुलिस स्टेशन में सौंप देगा वह उसी समय से आजाद होगा.
शांति योजना के लिए दो सप्ताह
उधर विपक्ष ने सरकारी आश्वासन के बावजूद शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन बुलाया है. अरब लीग ने सीरिया को बुधवार को तय हुई शांति योजना को लागू करने के लिए पंद्रह दिनों का समय दिया है, लेकिन शुक्रवार को भी विद्रोहियों के गढ़ होम्स में पुलिस कार्रवाई में एक कार्यकर्ता के मारे जाने की खबर है. विपक्षी कार्यकर्ताओं का कहना है कि शांति योजना तय होने के बाद से सुरक्षा बलों और सरकार समर्थकों द्वारा 30 लोग मारे जा चुके हैं.
सीरिया में हिंसा की समाप्ति के लिए अरब लीग के प्रयासों से एक शांति योजना बनाई गई है, जिसे लागू करने के लिए लीग ने सीरिया को पंद्रह दिन का समय दिया है. अरब लीग के उप महासचिव अहमद बेन हाली ने कहा है कि शांति योजना के लागू होने के बाद ही सरकार और विपक्ष के बीच संवाद शुरू हो सकता है. उन्होंने कहा, "हम शुरुआत में हैं." सीरिया की सरकार ने अरब लीग को शहरों से सेना को हटाने, संदिग्ध सरकार विरोधियों को रिहा करने और अरब पर्यवेक्षकों को देश के अंदर आने की इजाजात देने का आश्वासन दिया है.
पुलिस कार्रवाई जारी
इस आश्वासन के बावजूद राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार ने गुरुवार को भी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बर्बर ताकत का इस्तेमाल किया. एक सीरियाई मानवाधिकार संगठन ने दमिश्क में बताया कि सुरक्षा बलों ने विद्रोहियों के गढ़ होम्स में 20 लोगों को मार डाला. सरकार ने 13 सैनिकों के मरने की बात कही है. हिंसा के जारी रहने की वजह से विपक्ष ने शुक्रवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का आह्वान किया है.
अपने को सीरियाई राज्य के निर्माण का आंदोलन कहने वाले एक विपक्षी गुट ने गुरुवार रात एक बयान जारी कर देश के मानवाधिकार संगठनों से हर गोली, हर गिरफ्तारी और हर अपहरण का रिकॉर्ड रखने की मांग की है.संगठन ने इस जानकारी को अरब लीग को भेजने की भी मांग की है. अरब लीग ने पिछले बुधवार को काहिरा में सीरिया की सरकार के साथ एक समझौता किया था जिसमें हिंसा की समाप्ति और सरकार तथा विपक्ष के बीच बातचीत का प्रावधान है.
राष्ट्रपति असद के खिलाफ इस साल मार्च में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत के बाद से संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार 3,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. असद सन 2000 में अपने पिता हफीज अल असद के मरने के बाद देश के राष्ट्रपति बने थे.
रिपोर्ट: एएफपी, डीपीए/महेश झा
संपादन: ओ सिंह