सीरिया हर स्थिति के लिए तैयार
३ फ़रवरी २०१३असद ने कहा, "यह हमला वह सच्चाई दिखाता है कि इस्राएल ने बाहरी दुश्मनी ताकतों के साथ कौन सी भूमिका ली है और वह सीरिया में कैसे हथकंडे अपना रहे हैं ताकि सीरिया अस्थिर हो कर कमजोर हो जाए." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सीरियाई लोगों पर लक्षित किसी भी हमले का वह जवाब देने के लिए तैयार है और इसके लिए वह सीरियाई सेना और सीरिया के प्रतिरोध पर बने रहने की क्षमता का धन्यवाद करते हैं. बशर अल असद ने ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख सईद जलीली से बातचीत के दौरान यह बात कही.
सीरियाई सेना ने बुधवार को कहा कि इस्राएली विमानों ने पश्चिमोत्तर दमिश्क में सैन्य शोध संस्थान पर वार किया लेकिन उन रिपोर्टों का खंडन किया इसमें हिज्बोल्लाह के लिए भेजे जा रहे हथियारों के जखीरे को कोई नुकसान पहुंचा. लेबनान की सीमा के नजदीक हुए इस हमले में दो लोग मारे गए और पांच घायल हुए थे. इस हमले पर इस्राएल ने कोई नहीं टिप्पणी दी थी. हालांकि इस्राएली रक्षा मंत्री एहुद बराक ने रविवार को संकेत दिए कि इस हमले के पीछे उनका देश हो सकता है लेकिन उन्होंने इसकी पुष्टि नहीं की, "मैं इसमें कुछ भी और नहीं जोड़ सकता है, सिवा उसके जो मैंने अखबारों में पढ़ा है. लेकिन मैं यह कहता रहूंगा कि अगर हम कुछ कहते हैं तो उसका मतलब भी वही होता है. हमें नहीं लगता कि वह आधुनिक हथियार लेबनान, हिज्बोल्लाह के लिए ला सकते है. "
बराक ने कहा उन्हें विश्वास है कि असद की सरकार गिरेगी और इससे इस्राएल दुश्मन ईरान को झटका लगेगा.
कहा जाता है कि इस्राएल को डर है कि एंटी टैंक और हवाई जहाज रोधी हथियार रूस सीरिया को दे रहा है जो कभी भी हिज्बोल्लाह के हाथ पड़ सकते हैं.
शिया बहुल ईरान के नजदीकी साथी माने जानेवाले सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद 22 महीने से अपनी गद्दी बचाने के लिए लड़ रहे हैं. इस दौरान करीब 60 हजार लोग मारे जा चुके हैं. असद का आरोप है कि विद्रोही इस्लामी आतंकी हैं जिन्हें तुर्की सहित सुन्नी मुस्लिम अरब देश पैसा और हथियार दे रहे हैं.
पड़ोसी इस्राएल का कहना है कि वह सीरिया के केमिकल और आधुनिक हथियारों को उग्रवादी गुट के हाथ में पड़ने से रोकने के लिए बीच बचाव कर सकता है.
एएम/आईबी (डीपीए, रॉयटर्स)