सीरीज जीतने की कोशिश में भारत
६ जुलाई २०११वेस्ट इंडीज के कप्तान डैरेन सैमी ने उम्मीद जताई है कि विंडसर पार्क की पिच भारत के साथ तीसरे टेस्ट में उनके गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होगी. मैच बुधवार से शुरू हो रहा है. सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.
पिच से उम्मीद भले ही हो लेकिन मेजबान टीम के कप्तान अपने बल्लेबाजों से ये अनुरोध करना नहीं भूले कि वो इतना रन जरूर बनाएं कि उनकी टीम विजय का लक्ष्य हासिल कर सके. मैच से एक दिन पहले कप्तान ने कहा, "कोई भी टीम जो पहली पारी में 300 रन बना लेगी उसके मैच जीतने के ज्यादा आसार हैं. मैं उम्मीद कर रहा हूं कि ये पिच उतना ही तेज होगा जितना कि पहले दोनों पिच रहे हैं. पिछले सात आठ दिनों से इस मैदान पर बारिश हुई है इसलिए पिच में काफी नमी है. अगर हमें टॉस जीतते हैं तो पहले उन्हें बल्लेबाजी करने के लिए बुलाएंगे और उन पर सीधे दबाव बनाने की कोशिश होगी."
तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में वेस्ट इंडीज की टीम 1-0 से पीछे चल रही है. जमैका के सबीना पार्क में पहला मैच भारत ने 63 रनों से जीता. बारबडोस में दूसरा मैच बराबरी पर छूटा. डोमिनिका के विंडसर पार्क में पहली बार क्रिकेट का टेस्ट मैच होने जा रहा है. ऐसे में माहौल पहले से उत्साह का बना हुआ है अगर मैच का कोई नतीजा निकला तो जश्न जोरदार होगा. सैमी ने कहा, "मैं और पूरी टीम बेहद रोमांचित है. मेरे लिए डोमिनिका दूसरे घर की तरह है. मैं ने यहां सेंट लूसिया और विंडवार्ड आईलैंड पर कुछ मैच खेले हैं. मुझे हमेशा से इस जगह के लोगों से काफी प्यार मिला है. ये लोग क्रिकेट से बेहद प्यार करते हैं और वो हमें पूरा समर्थन देंगे."
सैमी ने ये भी कहा, "मैं जानता हूं कि लोग आएंगे और इस जगह पर खूब रौनक होगी. यहां पहली बार टेस्ट मैच हो रहा है और ये एक शानदार मौका है. यहां होने वाला क्रिकेट दुनिया भर में देखा जाएगा इससे इस देश का भी नाम होगा. टेस्ट के आखिर में जीत कर आना शानदार अनुभव होगा." वेस्ट इंडीज को अपनी टीम के लिए कुछ फैसले करने हैं. उन्हें फैसला लेना है कि क्या बल्लेबाजों को कम करके केमर रोच को शामिल किया जाए या फिर वर्तमान टीम को रखा जाए या फिर किरन पॉवेल और किर्क एडवर्ड्स को लाकर बल्लेबाजी को मजबूत बनाई जाए. सैमी ने कहा, "हमें जीतना है. हम अपने विकल्पों को देख रहे हैं और आखिर में उन खिलाड़ियों के साथ टीम बनेगी जो जीतने के लिए जान लगा देंगे."
भारत के लिए इस मैच में बड़ी चुनौती है स्लो ओवर रेट से छुटकारा पाना. लगातार दो मैचों में धीमी गति से गेंद फिंकवाने के लिए लताड़ झेल चुके कप्तान धोनी अगर इस बार भी इस चक्कर से नहीं छूटे तो आगे का हिसाब गड़बड़ हो जाएगा. आईसीसी के नियमों के मुताबिक ऐसी हालत में उन पर एक मैच की पाबंदी लग जाएगी और 21 जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ लंदन के लॉर्ड्स पर होने वाले ऐतिहासिक 2000वें टेस्ट में वो नहीं खेल पाएंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए जमाल