सुधर जाओ श्रीसंत: एलन डोनल्ड
११ अक्टूबर २००९चैंपियंस लीग के लिए कमेंट्री कर रहे एलन डोनल्ड ने एक इंटरव्यू के दौरान श्रीसंत के बारे में कहा कि, ''वो खेल के दौरान भावुक होकर गेंदबाज़ी करते हैं. इसमें कोई बुराई नहीं हैं लेकिन कई बार इसकी वजह से उन्हें ख़ुद शर्मिंदगी का शिकार होना पड़ता है.''
डोनल्ड के मुताबिक श्रीसंत के इस व्यवहार की वजह से कई बार टीम के खिलाड़ियों और कोच को भी निराशा होती है. पूर्व दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज़ के मुताबिक, ''उनके व्यवहार से कई बार गहरी निराशा होती है. बॉडी लैग्वेज़ में गंभीरता में गंभीरता होनी ही चाहिए. वो जिस तरह के रवैये के साथ मैदान में जाते हैं वो ठीक नहीं है.''
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 600 से ज़्यादा विकेट लेने वाले डोनल्ड के मुताबिक श्रीसंत अक्सर मैदान के बाहर ठीक रहते हैं, वो बिल्कुल अलग होते हैं. 42 साल के डोनल्ड कहते हैं कि, ''मैदान से लौटने के बाद वो सही रहते हैं. ग़लतियों के लिए माफ़ी भी मांगते हैं. लेकिन मैं उनसे ये कहना चाहता हूं कि वो खेल के दौरान की गई ग़लतियों के लिए वो बाद में माफ़ी नहीं मांग सकते. तब तक काफी देर हो चुकी होती है.''
फिलहाल लंबे अरसे से टीम इंडिया से बाहर 26 साल के श्रीसंत एलन डोनल्ड को ही अपना पंसदीदा गेंदबाज़ मानते हैं. गेंदबाज़ी को लेकर वह एलन डोनल्ड से सलाह मशविरा भी ले चुके हैं. लेकिन उन्हें दीक्षा देने वाले डोनल्ड कहते हैं कि श्रीसंत की गेंदबाज़ी की तकनीक में भी थोड़ी गड़बड़ है. एक समय दुनिया के सबसे तेज़ गेंदबाज़ माने जाने वाले डोनल्ड ने श्रीसंत को बताया है कि वो गेंदबाज़ी के दौरान भी अपने हाथ को सही ढंग से इस्तेमाल नहीं करते और गेंद थोड़ा जल्दी फेंक देते हैं.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: राम यादव