सोंगा ने फेडरर को विम्बलडन से बाहर किया
३० जून २०११2003 से 2007 तक लगातार पांच और फिर 2009 में छठी बार विम्बलडन जीतने वाले फेडरर की हार हैरान करने वाली रही. फेडरर पहले दो सेट 6-3, 7-6 (7-3) से जीत चुके थे. उन्हें मैच जीतने के लिए सिर्फ एक सेट जीतना था. लेकिन तभी फ्रांसीसी खिलाड़ी सोंगा ने जोरदार वापसी की.
सोंगा ने तीन सेट लगातार तेज रफ्तार से जीते. तीनों ही सेटों में उन्होंने नंबर तीन खिलाड़ी फेडरर को 6-4 से हराकर बाहर का रास्ता दिखा दिया.
सोंगा ने 3-6 6-7 (3-7) 6-4 6-4 6-4 से जीत दर्ज की. 12वीं वरियता प्राप्त सोंगा तीसरे सेट से पावर गेम का प्रदर्शन किया. फ्रांसीसी खिलाड़ी ने जोरदार शॉट्स लगाए. मैच के दौरान जहां फेडरर की सबसे तेज सर्विस 126 मील प्रति घंटा रही वहीं सोंगा ने 135 मील प्रति घंटा की रफ्तार से फेडरर की तरफ बॉल सर्व की. नेट प्वाइंट भी सोंगा के खाते में ज्यादा आए.
यह पहला मौका है जब स्विट्जरलैंड के फेडरर दो सेट की बढ़त बनाने के बाद के बाद ग्रैंड स्लैम का कोई मुकबला हारे हैं. सोंगा और फेडरर इस मैच से पहले पांच बार भिड़ चुके थे, जिनमें चार बार फेडरर की जीत हुई. हार के बाद 16 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाले फेडरर ने कहा, "स्कोर को छोड़ दिया जाए तो बाकी बातें ठीक रहीं. मुझे लगता है कि मैंने अच्छा मैच खेला. आज के अपने प्रदर्शन से मैं खुश हूं. टूर्नामेंट से इस तरह बाहर होना थोड़ा कचोटता है लेकिन कभी कभी ऐसा होता है." स्विस खिलाड़ी का मानना है कि उनका पुराना खेल लौट रहा है. फेडरर ने कहा वह वापसी जरूर करेंगे.
वहीं जीत से उत्साहित 26 साल के सोंगा का अगला मुकाबला दुनिया के नंबर दो खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच से है. फेडरर को हराने के बाद आत्मविश्वास से भरे सोंगा कहते हैं, "मेरे लिए यह दिन शानदार रहा. मेरी सर्विस बढ़िया थी. मैच से पहले ही मुझमें आत्मविश्वास था. उम्मीद है कि यह आगे भी जारी रहेगा. मैं अहम मौकों पर अच्छा खेलने में यकीन रखता हूं. उम्मीद है कि ऐसे मौके आगे भी बरकरार रहेंगे." पत्रकारों के सामने सोंगा ने खुद से ही सवाल जवाब करते हुए कहा, "क्या मैं विम्बलडन जीत सकता हूं? क्यों नहीं."
पुरुषों के सेमीफाइनल के मुकाबले तय हो चुके हैं. स्पेन के राफाएल नडाल ब्रिटेन के एंडी मरे का सामना करेंगे. सोंगा के सामने जोकोविच से पार पाने की चुनौती होगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़