सोनी प्ले स्टेशन में सेंध, 7 करोड़ का डाटा हैक
२७ अप्रैल २०११सोनी में यह अब तक की सबसे बड़ी सुरक्षा गड़बड़ी बताई जा रही है. सोनी ने बताया कि 19 अप्रैल को उसे प्ले स्टेशन नेटवर्क में गड़बड़ी की शिकायत मिली. इसके बाद नेटवर्क बंद हो गया. सोनी ने मंगलवार तक चोरी हुए डाटा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. मंगलवार को जब उसने नया टेबलेट कंप्यूटर जापान में लॉंच किया तब इस बारे में बताया गया. अमेरिका के प्ले स्टेशन ब्लॉग में लिखा है कि 'एक अवैध और अनाधिकृत व्यक्ति' ने लोगों के पते, ईमेल एड्रेस, जन्म तारीख, यूजर नेम और पासवर्ड, लॉग इन, सिक्युरिटी क्वेश्चन और कई और जानकारियां चुरा ली है.
कई दिन लगे
सोनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा में गड़बड़ी होने के बाद फोरेंसिक जांच के लिए कई दिन लगे. इसके बाद सोनी को पता लगा कि उपभोक्ताओं का डाटा चोरी हुआ हो सकता है. इस खबर से लोगों में गुस्सा है.
कोरेबी83 नाम से लॉग इन करने वाले एक व्यक्ति ने प्ले स्टेशन नेटवर्क ब्लॉग पर संदेश भेजा, "अगर आपने मेरी क्रेडिट कार्ड की जानकारी को जोखिम में डाला है तो यह आपको कभी नहीं मिलेगी. आपने इस बारे में बताने में इतनी देर की, यह बहुत ही शर्मनाक और निंदनीय है."
जापान की सोनी कंपनी टेपको के बाद तीसरी ऐसी कंपनी है जिसे खराब समाचार छिपाए रखने के लिए कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है. टोयोटा मोटर कॉर्प के बड़ी संख्या में गाड़ियों वापसी करने के बारे में स्पष्ट रूप से नहीं बताए जाने की भी आलोचना हुई.
सब ठप्प
प्ले स्टेशन नेटवर्क के बंद हो जाने के कारण सोनी वीडियो गेम से गेम्स न तो खरीदे जा सकते थे, न ही डाउनलोड हो पा रहे थे. साथ ही इंटरनेट पर साथी के साथ इसे खेला भी नहीं जा सकता था. सोनी ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर नेटवर्क की कुछ सेवाएं शुरू कर दी गई हैं.
2006 में ऑनलाइन नेटवर्क शुरू किया गया था. यहां गेम्स, म्यूजिक और फिल्में देखी जा सकती हैं. 20 मार्च 2011 तक इस पर 7 करोड़ 70 लाख रजिस्टर्ड यूजर हैं. सोनी के प्रवक्ता के मुताबिक इनमें से अधिकतर यूरोप और अमेरिका से हैं.
बड़ा धक्का
जापान की इलेक्ट्रॉनिक कंपनी सोनी के लिए यह एक बड़ा झटका है. हालांकि वीडियो गेम्स की दुनिया भर में बिक्री घटी है लेकिन प्ले स्टेशन फ्रेंचाइजी अब भी लाभ का स्रोत है. यह सोनी का प्रमुख उत्पाद भी है.
सोनी प्ले स्टेशन गेम्स के जरिए कोशिश कर रहा है कि लोग उसके पहले टेबलेट कंप्यूटर को खरीदें. कंपनी इस साल के आखिर तक एप्पल और सैमसंग की प्रतियोगिता में अपना टेबलेट बाजार में उतारेगी. इस साल के आखिर तक कंपनी एक हाथ में रखे जा सकने वाला गेम्स डिवाइस भी लॉंच करेगी.
सोनी ने कहा है कि उसके पास इसके कोई सबूत नहीं हैं कि लोगों के क्रेडिट कार्ड की जानकारी चोरी हुई है या नहीं लेकिन वह इसकी संभावना से इनकार भी नहीं कर सकती. सिर्फ चेतावनी के लिए हम सलाह दे रहे हैं कि आपका क्रेडिट कार्ड नंबर (सिक्युरिटी कोड नहीं) चोरी हुआ हो सकता है और कार्ड की एक्सपायरी की तारीख भी.
बहुत बड़ी चोरी
वेडबुश के सुरक्षा विश्लेषक माइकल पैश्टर ने कहा है कि यह बहुत बड़ी गड़बड़ी है. "सोनी के लिए बड़ा मुद्दा यह है कि हैकर गैर कानूनी तौर पर ली गई इस जानकारी का इस्तेमाल कैसे करेगा."
सोनी ने बताया कि उसने एक सुरक्षा कंपनी को इस चोरी के बारे में पता लगाने को कहा है. 17 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच यह हैकिंग हुई है.
एसएएनएस के शोध विश्लेषक एलेन पैलर कहते हैं कि उन्हें बहुत तेजी से बदलना होगा. उन्हें संदेह है कि हैकर्स ने नेटवर्क को पीसी के सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के जरिए हैक किया. सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन सोनी उपभोक्ताओं की संवेदनशील जानकारी ले सकता है. हो सकता है कि सेंध लगाने वालों ने वायरस वाला सॉफ्टवेयर एडिमिनिस्टेटर्स को इमेल में भेजा जो अपने आप पीसी पर डाउनलोड हो गया.
हाल ही के दिनों में हैकर्स ने कई बड़ी कंपनियों से लोगों के निजी डेटा चुराए हैं. 2009 में अलबर्ट गोंजालेस ने लाखों लोगों के पेमेंट कार्ड नंबर चुरा लेने के लिए माफी मांगी थी. उसने बड़ी कंपनियों के कंप्यूटर सिस्टमों में सेंध लगाई थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एन रंजन