हमले में 8 पाक फौजी, 10 चरमपंथी मरे
९ जून २०११यह हमला दक्षिणी वजीरिस्तान में एक सुरक्षा चौकी पर किया गया, जिसके बाद सुरक्षा बलों और चरमपंथियों के बीच तीन घंटे तक गोलीबारी होती रही. पेशावर में एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया, "आठ सैनिक मारे गए हैं और 10 घायल हो गए हैं. जवाबी कार्वराई में कम से कम 10 तालिबानी चरमपंथी भी मारे गए." वाना में एक अन्य सुरक्षा अधिकारी ने भी इस हमले की पुष्टि की है.
यह हमला अफगान सीमा से लगभग 40 किलोमीटर दूर मारुबि कस्बे में हुआ. यह इलाका उत्तरी वरीजिस्तान के करीब है जहां अमेरिका बार बार पाकिस्तान से कार्रवाई करने को कह रहा है लेकिन इस मांग को अब तक अनदेखा किया जाता रहा है. पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा के दोनों तरफ सरहदी इलाके को चरमपंथियों का गढ़ माना जाता है. अमेरिका इसे दुनिया की सबसे खतरनाक बताता है.
पाकिस्तानी सेना ने पिछले साल दक्षिणी वजीरिस्तान में कार्रवाई की. देश में 2009 के बाद शुरू हुए आत्मघाती हमलों के सिलसिले को देखते हुए यह कार्रवाई की गई. लेकिन माना जाता है कि ज्यादातर चरमपंथी और उनके नेता उत्तरी वजीरिस्तान में चले गए. पाकिस्तानी सेना उत्तरी वजीरिस्तान में कार्रवाई से इसलिए हिचक रही हैं क्योंकि वह अफगान तालिबान के हक्कानी गुट का ठिकाना है. इस गुट को पाकिस्तान अपनी पूंजी समझता है जो अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद काम आ सकता है.
2007 में इस्लामाबाद की लाल मस्जिद में सैन्य अभियान के बाद से पाकिस्तान में होने वाले आत्मघाती और अन्य हमलों में लगभग 4,400 लोग मारे गए हैं. इस साल 2 मई को पाकिस्तानी शहर एबटाबाद में अल कायदा नेता ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद चरमपंथी पाकिस्तान के सुरक्षा प्रतिष्ठानों को खास कर निशाना बना रहे हैं. पिछले दिनों कराची में पाकिस्तानी नौसेना के मुख्य ठिकाने पर हमला किया गया जिसमें कई सुरक्षाकर्मियों की मौत के अलावा अमेरिका से मिले दो अहम निगरानी विमान भी नष्ट कर दिए गए.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह