पिछले 24 घंटे में 149 नए मामले
२८ मार्च २०२०भारत में कोरोना वायरस या कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की संख्या 870 के पार चली गई है. कोरोना वायरस महामारी के कारण अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 79 लोग इलाज के बाद ठीक हुए हैं, इनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. शुक्रवार का दिन भारत के लिहाज से बुरा साबित हुआ जब एक दिन में कोरोना वायरस से संक्रमण के 149 नए मामले सामने आए.
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले के बाद सरकार कोरोना संक्रमित संदिग्धों की तलाश के लिए जीपीएस तकनीक की मदद ले रही है. पुणे में 11 मार्च को कोविड-19 का पहला मरीज मिला था, दुबई से लौटे दंपती में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी, इसके बाद सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सबसे पहले पति-पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया, जब बेटी में भी वायरस पाया गया तो सरकार ने जीपीएस की मदद से पूरे इलाके को स्कैन किया और घर-घर जाकर सर्वे किया गया. 30 जनवरी को देशभर में जहां कुल तीन मामले थे, वही 27 मार्च तक बढ़कर 870 के पार चले गए हैं. इसी तरह से देश में मौतों की संख्या भी बढ़ रही है.
21 दिनों के लॉकडाउन के चलते खाने-पीने की चीजों के लिए दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं. मंडी में हरी सब्जियों की कमी के चलते खुदरा बाजार में कीमतों में उछाल आया है. हालांकि दूध और दवा की सप्लाई पर लॉकडाउन का असर नहीं दिखा है. दूध, दवा और होम डिलिवरी सेवाओं की मदद से अधिकतर लोग घर पर ही मंगवा ले रहे हैं.
पंजाब के अमृतसर में प्रशासन ने सब्जी मंडी को सुबह 4 से 7 बजे तक खोलने की अनुमति दी है. अमृतसर की सब्जी मंडी एसोसिएशन का कहना है कि उन्होंने 5 घंटे तक मंडी खोलने की अनुमति प्रशासन से मांगी है. मंडी के अधिकारियों के मुताबिक सब्जी की कोई कालाबाजारी नहीं हो रही है.
कोरोना वायरस के कारण जारी तालाबंदी के चलते मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट स्थगित कर दी गई है. नीट के जरिए एम्स समेत सभी चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस के लिए दाखिला होता है.
सेना का ऑपरेशन नमस्ते
सेना प्रमुख नरल मनोज मुकुंद नरवणे ने ऑपरेशन नमस्ते का शुक्रवार को ऐलान किया है, सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ने में सेना की जिम्मेदारी है कि वह सरकार की मदद करे. नरवणे ने लाइन ऑफ कंट्रोल या लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर तैनात सैनिकों से अपने करीबी और प्रियजनों के बारे में चिंता ना करने और छुट्टियों को रद्द करने को कहा है. उन्होंने कहा कि इसी तरह के हालात ऑपरेशन पराक्रम के दौरान भी देखे गए थे लेकिन तब भी सफलता ही मिली थी. ऑपरेशन नमस्ते को भी सफलता मिलेगी. नरवणे के मुताबिक, "इस महामारी के खिलाफ जारी इस लड़ाई में हमारी जिम्मेदारी है कि हम सरकार और जनता की मदद करें. बतौर सेना प्रमुख यह मेरी प्राथमिकता है कि मैं अपने सैनिकों को सुरक्षित और तंदुरुस्त रखूं. हम अपने कर्तव्यों को तभी पूरा कर सकते हैं जब हम खुद सुरक्षित हों.”
__________________________
हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore