2012 तक लौटेंगे 1000 फ्रांसीसी सैनिक
१२ जुलाई २०११अमेरिकी सेना की वापसी के साथ फ्रांस भी अपने सैनिकों को तेजी से अफगानिस्तान से लौटाना चाहता है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति अघोषित यात्रा पर मंगलवार को अफगानिस्तान पहुंचे और उन्होंने राष्ट्रपति हामिद करजई और अमेरिकी जनरल डेविड पेट्रियस से मुलाकात की और साथ ही सुरोबी इलाके में तैनात फ्रांसीसी सैनिकों से भी मिले. सारकोजी ने कहा कि फ्रांस के बचे हुए सैनिकों को कापिसा प्रांत में तैनात किया जाएगा. फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने सैनिकों को कहा, "हम हमारे एक चौथाई सैनिकों को, करीब एक हजार को, अभी से लेकर 2012 के आखिर तक वापस बुला लेंगे."
हाल ही में अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पैनेटा अफगानिस्तान पहुंचे थे. फ्रांस और अमेरिकी दोनों ही जून में कह चुके हैं कि वे अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से निकालेंगे.
2001 से फ्रांसीसी सैनिक अमेरिका और नाटो के अफगानिस्तान अभियान में शामिल हैं. अब तक फ्रांस 64 सैनिक खो चुका है. सोमवार को ही एक दुर्घटना में कापिसा कैंप में एक और सैनिक की मौत हुई.
अफगानिस्तान से सैनिक लौटाने के फैसले से सारकोजी को फ्रांस में 2012 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में फायदा हो सकता है. वैसे ही दूसरे कार्यकाल के लिए उनके लिए वाम दलों की कड़ी चुनौती है.
ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद किए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया था कि आधे से ज्यादा फ्रांसीसी चाहते हैं कि उनके सैनिक देश लौट आएं.
दो दिन बाद यानी 14 जुलाई को फ्रांस का राष्ट्रीय दिवस है जो 1789 की क्रांति की शुरुआत का दिन होता है. इस साल इस दिन उन सैनिकों का सम्मान किया जाएगा जो विदेशी अभियान में शामिल हैं.
सारकोजी की यह अफगानिस्तान यात्रा ऐसे समय हो रही है जब हाल ही में दो फ्रांसीसी टीवी पत्रकारों को रिहा किया गया जो करीब डेढ़ साल से तालिबान के कब्जे में थे. जून के अंत में जब ये दोनों फ्रांस लौटे तो राष्ट्रीय हीरो की तरह उन्हें सम्मान दिया गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए जमाल