2018 का फुटबॉल वर्ल्ड कप रूस में
२ दिसम्बर २०१०वोट से पहले रूस का प्रेजेंटेशन इस मायने में अनूठा रहा कि उसने पुरुष फुटबॉल कप पाने के लिए महिला पावर का इस्तेमाल किया. 22 पुरुष सदस्यों वाली कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए रूस की पोल वॉल्ट खिलाड़ी येलेना इसिंबायेवा ने महिला फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए कार्यकारिणी का आभार व्यक्त किया. रूस की बनाई फिल्म में भी एक लड़की को बॉल के साथ दिखाया गया. किसी दूसरे उम्मीदवार ने अपने प्रेजेंटेशन वीडियो में महिला खिलाड़ी को नहीं दिखाया.
2018 के वर्ल्डकप के लिए इंग्लैंड और रूस मेजबानी के दावेदार थे. स्पेन-पुर्तगाल और नीदरलैंड्स-बेल्जियम ने भी संयुक्त रूप से दावेदारी पेश की. ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कतर, दक्षिण कोरिया और जापान 2022 के मुकाबलों की मेजबानी की दौड़ में थे. ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और प्रिंस विलियम ज्यूरिख में इंग्लैंड की दावेदारी का समर्थन करने के लिए मौजूद थे.
इस बीच एक ब्रिटिश टीवी चैनल ने फीफा के अधिकारियों पर मेजबानी का फैसला करने में भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए हैं. फैसला हो गया है, भ्रष्टाचार न भी हुआ हो तो फीफा को कानूनी पचड़ों से निबटना होगा. कार्यकारिणी के दो सदस्यों को भर्ष्टाचार के आरोपों के बाद निलंबित कर दिया है. उन्होंने मतदान में हिस्सा नहीं लिया. लेकिन फीफा के नियमों के अनुसार फैसला 24 कार्यकारिणी सदस्य करते हैं, इसलिए हारने वाला उम्मीदवार कानून का सहारा ले सकता है.
रूसी प्रधानमंत्री ब्लादिमीर पुतिन ने फीफा पर दबाव न डालने की दलील देकर आज की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया, लेकिन रूसी मीडिया में हुई आलोचना के बाद उनके प्रवक्ता ने कहा है कि अगर मेजबानी रूस को मिलती है तो वे ज्यूरिख जाएंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एन रंजन