2024 में संघर्षों में उलझे रहे देश
साल 2024 विश्व शांति के लिहाज से निराशाजनक रहा. ऐसी घटनाएं हुईं जिसके बाद जानकार यह आशंका जताने लगे कि क्या दुनिया अगले कुछ वर्षों में एक बड़े युद्ध का सामना करने जा रही है.
इस्राएल-हमास संघर्ष
7 अक्टूबर 2023 को इस्राएल में आतंकवादी संगठन हमास के बड़े हमले के जवाब में इस्राएल ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था. हमास के हमले में करीब 1,200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था. वहीं गजा पट्टी में भी इस्राएली कार्रवाई में लगभग 45,000 लोग मारे गए और 23 लाख लोग विस्थापित हुए.
लेबनान में इस्राएल की कार्रवाई
इस्राएली सेना ने 23 सितंबर से लेबनानी ग्रुप पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू कर दिए. उसने सीमा पार एक 'सीमित' जमीनी अभियान भी चलाया, जिसका उद्देश्य चरमपंथी संगठन हिज्बुल्लाह को कमजोर करना बताया गया. इस्राएली हमलों में हिज्बुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह समेत कई कमांडरों की मौत हो गई और उसके कई ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा.
इस्राएल-ईरान संघर्ष
2024 में पहली बार ईरान और इस्राएल में सैन्य टकराव देखने को मिला. गजा में इस्राएली सैन्य कार्रवाई का ईरान तीखा विरोध कर रहा था. वह हिज्बुल्लाह का भी समर्थक है .ऐसे में उसके सीधे इस्राएल के साथ टकराव की स्थिति बनने लगी. 1 अप्रैल को इस्राएल ने सीरिया के दमिश्क में एक ईरानी वाणिज्य दूतावास परिसर पर बमबारी की, जिसमें कई वरिष्ठ ईरानी अधिकारी मारे गए.
ईरान ने जब दागे इस्राएल पर रॉके
31 जुलाई को तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद तनाव और बढ़ गया. ईरान और हिज्बुल्लाह ने इस्राएल पर हत्या का आरोप लगाया. अक्टूबर 2024 में ईरान ने इस्राएल पर मिसाइलें दागीं. इसके बाद इस्राएल ने 25 अक्टूबर को ईरान के खिलाफ और जवाबी हमले किए.
रूस-यूक्रेन युद्ध
अमेरिका और उसके सहयोगी जहां यूक्रेन के साथ डटकर खड़े रहे, वहीं रूस भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस साल रूस को कई बड़े झटके लगे तो वहीं रूस ने यूक्रेन पर कई मौकों पर मिसाइलों की बौछार की.
सीरिया
13 साल से गृहयुद्ध में उलझा यह देश पिछले कुछ वर्षों में कमोबेश शांत रहा लेकिन 2024 में हालात बदल गए. विद्रोही गुटों ने नवंबर में सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन शुरू कर दिया. लंबे समय से विद्रोहियों का सफलतापूर्वक मुकाबला करने वाले असद इस बार अपनी सत्ता नहीं बचा पाए. 8 दिसंबर को उन्हें सत्ता छोड़कर भागना पड़ा.
सूडान
सूडान में 15 अप्रैल 2023 से गृहयुद्ध जारी है. अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) और सूडानी सशस्त्र बल (एसएएफ) खूनी संघर्ष में उलझे हैं. अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अनुमानों के अनुसार, सूडान में चल रहे युद्ध में 27,120 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 1.4 करोड़ से अधिक लोग देश के भीतर या विदेश में विस्थापित हुए हैं.