"26/11 में आईएसआई के टॉप अफसर नहीं"
१ जून २०११अमेरिका के शिकागो में हो रही सुनवाई के दौरान हेडली ने कहा कि आईएसआई में उससे संपर्क करने वाले अधिकारी ने अपने आप को मेजर इकबाल बताया, लेकिन हेडली को शक था कि इकबाल पर निगरानी रखने वाला कर्नल भी हमलों की योजना में शामिल था. जब हेडली से पूछा गया, क्या उसे यकीन है कि आईएसआई और उसके वरिष्ठ अफसर हमले में शामिल नहीं थे, तो उसने जवाब में हां कहा. हेडली ने कहा, "कर्नल को पता होता नहीं तो पूरे ग्रुप में किसी को तो पता होता."
हेडली ने इससे पहले कहा था कि आईएसआई आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा के साथ मिल कर काम कर रहा है. लेकिन मंगलवार को हेडली के बयान से ऐसा लगता है कि आईएसआई के सिर्फ कुछ खुराफाती अफसर ही साजिश में शामिल थे.
मुंबई हमलों का साजिश हेडली ने अपने बचपन के दोस्त तहव्वुर राना के साथ मिल कर रची. अब हेडली राना के खिलाफ भी गवाही देने को तैयार है ताकि वह मौत की सजा से बच सके और उसे भारत, डेनमार्क या पाकिस्तान में प्रत्यर्पित नहीं किया जाए.
हेडली मुंबई हमलों के दो साल पहले भारत गया था जहां उसने हमलों के निशाने तय किए. डेनमार्क के जिलैंड्स पोस्टन अखबार के दफ्तर पर हमले के सिलसिले में हेडली कोपेनहेगन भी गया था. उसके मित्र राना ने यात्रा में उसकी मदद की. राना कनाडा का नागरिक है और उसने सारे आरोपों को खारिज किया है. उसके वकीलों का कहना है कि उसके दोस्त ने उसे धोखा दिया. राना के वकीलों ने कहा है कि हेडली मानसिक तौर पर बीमार है. 1992 में हेडली को 'मिक्स्ड परसनैलिटी डिसॉर्डर' का मरीज बताया गया.
रिपोर्टः एएफपी/एमजी
संपादनः ए जमाल