2जी घपले के आरोपियों की कोर्ट में पेशी
१३ अप्रैल २०११ये सभी बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में मौजूद थे. इनके अलावा स्वान, यूनिटेक वायरलेस प्राइवेट लिमिटेड और रिलायंस टेलिकॉम लिमिटेड के पांच कार्यकारी भी मौजूद थे. सीबीआई की चार्जशीट में इन कंपनियों पर भी आरोप लगाया गया है.
ए राजा, उनके निजी सचिव आरके चंदोलिया, पूर्व टेलिकम्युनिकेशन सचिव सिद्धार्थ बेहुरा के अलावा शाहिद बलवा को मुकदमे से पहले से ही हिरासात में रखा गया है. आरोप हैं कि शाहिद बलवा की कंपनी स्वान टेलिकॉम को फायदा पहुंचाया गया. इस कंपनी का नाम बाद में डीबी टेलिकॉम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड किया गया.
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने दो अप्रैल को ए राजा समेत अन्य पूर्व सरकारी अधिकारियों और कंपनियों के कार्यकारी अधिकारियों के खिलाफ अभियोग पत्र पेश किया था. अभियोग पत्र में 2008 में मोबाइल टेलिफोन लाइसेंस देने के मामले में साजिश, जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने विशेष अदालत में 2जी स्पेक्ट्रम मामले की रोज सुनवाई के निर्देश दिए हैं. स्पेक्ट्रम घोटाले को भारत का सबसे बड़ा घोटाला कहा जा रहा है. इस कारण मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार को भारी आलोचना झेलनी पड़ी है.
भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ रहा टेलिकॉम मार्केट है और यहां 70 करोड़ मोबाइल धारक हैं. इस कारण सरकार को नियमन से जुड़ी कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः वी कुमार