9/11 के पीड़ितों के फोन हैक करने की कोशिश
१५ जुलाई २०११रुपर्ट मर्डोक की कंपनी के खिलाफ ब्रिटेन से निकला फोन हैकिंग का मामला अमेरिका तक पहुंच गया है. आरोप है कि मर्डोक की कंपनी न्यूज कॉरपोरेशन ने 11 सिंतबर 2001 के आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों के परिवारजनों के फोन हैक करने की कोशिश की. एफबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
गुरुवार को एफबीआई के एक सूत्र ने कहा, "हम पीटर किंग के खत के जरिए लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे हैं." न्यूयॉर्क के रिपब्लिकन सांसद पीटर किंग ने ब्रिटिश मीडिया में छपी एक खबर के बाद मर्डोक की कंपनी पर फोन हैकिंग के आरोप लगाए हैं.
ब्रिटेन के अखबार डेली मिरर के मुताबिक मर्डोक की कंपनी के साप्ताहिक अखबार न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के कुछ पत्रकारों ने न्यूयॉर्क पुलिस से सांठगांठ करने की कोशिश की. पुलिस से 9/11 के पीड़ितों के निजी फोन रिकॉर्ड्स खरीदने की कोशिश की गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के पत्रकार 9/11 में मारे गए लोगों के फोन नंबर और हमले से पहले की कॉल डिटेल लेना चाह रहे थे.
किंग के मुताबिक डेली मिरर की रिपोर्ट के अलावा उनके पास इस संबंध में और कोई जानकारी नहीं है. ब्रिटिश अखबार डेली मिरर को न्यूज ऑफ द वर्ल्ड का प्रतिद्वंद्वी माना जाता रहा है. फोन हैकिंग के आरोपों के चलते बीते रविवार को मर्डोक ने ब्रिटेन के सबसे ज्यादा बिकने वाले अखबार न्यूज ऑफ द वर्ल्ड को बंद कर दिया.
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि डेली मिरर द्वारा लगाए गए आरोप इतने गंभीर और संवेदनशील है कि उनकी जांच जरूरी है. हालांकि कानून विशेषज्ञों का कहना है कि 9/11 के पीड़ितों के फोन रिकॉर्ड्स पाने की कोशिश के आरोपों को साबित करना काफी मुश्किल है.
मर्डोक की मीडिया कंपनी न्यूज इंटरनेशनल पर ब्रिटेन में फोन हैकिंग के गंभीर आरोप लगे हैं. ब्रिटेन की पुलिस आरोपों की जांच कर रही है. ये भी आरोप हैं कि न्यूज ऑफ द वर्ल्ड ने ब्रिटेन के राजघराने के साथ वहां की मशहूर हस्तियों और युद्घ में मारे गए सैनिकों के परिवारों के फोन हैक किए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा एम