सात साल बाद ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टर को अल कायदा ने किया रिहा
१९ मई २०२३2016 में उत्तरी बुर्किना फासो में अल कायदा के आतंकवादियों ने एक ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टर और उनकी पत्नी का अपहरण कर लिया था. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने शुक्रवार को कहा कि अल कायदा से जुड़े आतंकवादियों ने सात साल से अधिक समय तक कैद में रखने के बाद डॉक्टर को रिहा कर दिया है.
ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग ने एक बयान में कहा कि पश्चिमी तट के शहर पर्थ के 88 वर्षीय डॉक्टर केनेथ इलियट सुरक्षित हैं और अपने परिवार से दोबारा मिल चुके हैं.
इलियट की पत्नी जोसिलिन का भी अपहरण कर लिया गया था, लेकिन कुछ सप्ताह बाद उन्हें छोड़ दिया गया था.
सरकार की कोशिशों के बाद हुई रिहाई
वॉन्ग ने रिहाई का विवरण दिए बिना कहा कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार और इलियट परिवार ने उनकी की रिहाई के लिए अथक प्रयास किया. इलियट परिवार द्वारा ऑस्ट्रेलियाई विदेश विभाग के माध्यम से जारी एक बयान में कहा गया है, "हम भगवान और उन सभी को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने हमारे लिए प्रार्थना की."
बयान में आगे कहा गया है, "88 साल की उम्र में और घर से कई साल दूर रहने के बाद डॉ. इलियट को आराम और प्राइवेसी की जरूरत है ताकि वे अपनी शारीरिक शक्ति वापस पा सकें. हम आपकी समझ और सहानुभूति के लिए धन्यवाद करते हैं."
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अल कायदा ने डॉ. इलियट का अपहरण कैसे किया?
2016 में इस्लामिक चरमपंथियों द्वारा डॉ. इलियट और उनकी पत्नी जोसिलिन का अपहरण कर लिया गया था. उन्हें माली की सीमा के पास उत्तरी बुर्किना फासो से अगवा किया गया था. डॉक्टर दंपति 40 साल से वहां अपना 120 बिस्तरों वाला अस्पताल चला रहा था.
तीन सप्ताह तक हिरासत में रहने के बाद जोसलिन को रिहा कर दिया गया. तत्कालीन राष्ट्रपति मुहम्मदु इसौफौ के प्रयासों से उन्हें पड़ोसी नाइजर में रिहा कर दिया गया था.
इसौफौ के कार्यालय ने उस समय कहा था कि उसने जोसलिन की रिहाई को सुनिश्चित करने के लिए बुर्किना फासो की खुफिया सेवाओं के साथ काम किया था.
हालांकि, उस समय अल कायदा ने कहा कि वह जनता के दबाव और महिलाओं को युद्ध में न घसीटने के नेताओं के आदेशों के कारण बिना शर्त जोसलिन को रिहा कर रहा है.
जोसलिन का उसी दिन अपहरण कर लिया गया था, जिस दिन अल कायदा के आतंकवादियों ने बुर्किना फासो की राजधानी उऐगैदूगू में एक रेस्तरां और होटल पर हमला किया था जिसमें 30 लोग मारे गए थे.
एए/वीके (एपी, रॉयटर्स)