चीन में होगी सबसे बड़ी घुड़दौड़
२९ मार्च २०१३दुबई की सरकारी डेवलपिंग कंपनी मेदान ग्रुप के चेयरमैन सईद अल-तायर ने बताया कि चीनी शहर के अधिकारियों से इस रेस के बारे में बातचीत हो गई है और अक्तूबर में पहली रेस हो सकती है. मेदान ग्रुप शनिवार को दुबई में सबसे ज्यादा पैसों वाली रेस आयोजित कर रहा है.
अल-तायर ने कहा, "हमारा अंतिम लक्ष्य है कि हम विश्व स्तर की रेसिंग को चीन और चेंगदू शहर तक पहुंचाएं." समझा जाता है कि चेंगदू के वेनजियांग जिले में जब रेस होगी, तो वहां मेदान ग्रुप की रेस में हिस्सा लेने वाले घुड़सवार और घोड़े शिरकत करेंगे. हालांकि अल-तायर का कहना है कि इन बातों के बारे में बाद में बताया जाएगा.
शनिवार के कार्यक्रम में पौने तीन करोड़ डॉलर की राशि दांव पर होगी. अमेरिका के रॉयल डेल्टा, 2011 के केंटकी डर्बी विजेता और दुबई के शासक शेख मुहम्मद बिन राशिद अल-मकतूम के घोड़ों के बीच जंग होगी.
ग्वांगशा मिडिल ईस्ट कंट्रक्शन के अध्यक्ष शिली यू का कहना है कि चेंगदू के रेसकोर्स में मामूली बदलाव के साथ इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा सकता है. शिली की कंपनी ने ही मेदान की रेसकोर्स को तैयार किया है. शिली ने कहा, "मेदान के पास घुड़दौड़ कराने का 18 साल का अनुभव है और यहां किसी तरह की सट्टेबाजी या जुआ नहीं होता. यह हमारे लिए बहुत जरूरी है क्योंकि चीन भी घुड़दौड़ में जुए की इजाजत नहीं देता."
घुड़दौड़ के जानकारों का मानना है कि इस पहले से घुड़दौड़ में ब्रिटेन की बादशाहत खत्म हो सकती है. बड़ी आबादी के साथ इसकी एक वजह बड़ी पुरस्कार राशि भी है. जापान और हांग कांग में रेसिंग के बढ़ते चलन के बाद अब रेस आयोजकों की नजरें चीन पर हैं, जहां तेजी से धनी वर्ग बढ़ रहा है. चीन में 1949 में घोड़ों की रेस पर पाबंदी लगा दी गई थी, जिसे 2008 में खत्म किया गया.
चेंगदू को घुड़दौड़ की आदर्श जगह माना जा रहा है, जहां 2011 और 2012 का चीनी एक्वेस्ट्रियन मुकाबला भी हुआ. करीब 2000 मीटर लंबे ट्रैक पर एक साथ 16 घोड़े दौड़ सकते हैं.
एजेए/एमजे (रॉयटर्स)