कार्निवाल नहीं तो प्रदर्शन सही
जर्मनी के चौथे सबसे बड़े शहर कोलोन में होने वाला सालाना कार्निवाल इस बार यूक्रेन में जारी युद्ध का विरोध करने वाली रैली में तब्दील हो गया. देखिए, कुछ तस्वीरें...
अलग तरह की परेड
हर साल फरवरी में होने वाला कोलोन का कार्निवाल तो कोविड की पाबंदियों के कारण रद्द कर दिया गया था लेकिन यूक्रेन युद्ध ने लोगों को सड़कों पर आने को मजबूर कर दिया. हजारों लोगों ने कोलोन में परेड में हिस्सा लिया. अनुमान है कि करीब डेढ़ लाख लोग इस परेड में शामिल हुए.
युद्ध का विरोध
कोलोन कार्निवाल में लोग तरह-तरह के रूप धरकर आते हैं. इस बार भी लोगों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया, लेकिन युद्ध का विरोध करने के लिए.
बड़े बड़े नाम
जर्मनी के पश्चिमी राज्य नॉर्थ-राइन वेस्टफालिया के मुख्यमंत्री हेंडरिक वुस्ट और कोलोन की मेयर हेनरिएटे रेकर समेत कई जानेमाने लोग परेड का हिस्सा बने.
पुतिन को रोको
प्रदर्शनकारी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से खासतौर पर गुस्सा थे. कई नारों, पोस्टरों और बैनरों में पुतिन का विरोध नजर आया.
कार्निवाल हो या नहीं?
वैसे तो कोविड के कारण कार्निवाल रद्द कर दिया गया लेकिन बहुत से लोग चाहते हैं कि हर हाल में यह उत्सव मनाया जाना चाहिए. पारंपरिक कार्निवाल क्लब के सदस्य दानियल और राल्फ ऐसा चाहने वालों में शामिल हैं.
दूर-दूर से आए लोग
युद्ध के खिलाफ अपनी आवाज देने के लिए दूर-दूर से लोग कोलोन पहुंचे. गुंटर हैम्बर्ग से आए थे जो कोलोन से लगभग 425 किलोमीटर दूर है. हालांकि वह बताते हैं कि बार आदि में युद्ध चर्चा का विषय नहीं था.
कम पार्टी, ज्यादा विरोध
कैर्स्टीन और आना अपने 10 दोस्तों के साथ आई थीं. वे कहती हैं कि इस बार उतनी जोरदार पार्टी नहीं की जाएगी क्योंकि यूक्रेन में जो हो रहा है वह बहुत परेशान करने वाला है.
रूस नहीं, पुतिन का युद्ध
जेनी और और नदीन ने तो पार्टी ना करने का ही फैसला कर लिया. उन्होंने कहा कि यह समय पार्टी के लिए ठीक नहीं है. वे कहती हैं कि यह पुतिन का युद्ध है, रूस का नहीं.