यूरोप की सबसे सुंदर घड़ियां
यूरोप में एक से बढ़कर एक घड़ियां पाई जाती हैं. सदियों पुरानी, विशालकाय घड़ियां जिन्हें शहर अपनी पहचान मानते हैं. देखिए ऐसी ही खास 10 घड़ियां.
बिग बेन, लंदन
यह शायद यूरोप की ही नहीं, दुनिया की सबसे मशहूर घड़ी है. प्यार से इसे बिग बेन कहते हैं क्योंकि इसमें पाच सबसे बड़े और सबसे भारी घंटे लगे हैं. पर इसका असली नाम है एलिजाबेथ टावर.
प्राग की खगोल घड़ी
रोज शाम को इस घड़ी को देखने के लिए प्राग में भारी भीड़ जमा हो जाती है. इसे 1410 में बनाया गया था और यह गॉथिक तकनीक का मास्टरपीस कही जाती है. कहते हैं कि इसे बनाने वाले की आंखें नोच ली गई थीं ताकि ऐसा फिर कोई दोबारा ना बन सके.
बर्लिन की विश्व घड़ी
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में आलेग्जांडप्लात्स पर यह घड़ी लगी है जो दुनिया के कई मुल्कों का वक्त एक साथ बताती है. इसे पूर्वी जर्मनी के डिजाइनर एरिष जॉन ने बनाया था और 1969 में यह जनता को सौंपी गई थी.
बर्लिन का बहता वक्त
यह घड़ी उतनी मशहूर नहीं है लेकिन है गजब की. बर्लिन के यूरोपा सेंटर में लगी यह 43 फुट ऊंची घड़ी 1982 से काम कर रही है. यहां आप वक्त को बहते हुए देख सकते हैं.
बर्न का त्साइटलोगे
स्विट्जरलैंड जाने वालों के लिए इस घड़ी को देखना जरूरी माना जाता है. वजह है इसका सदियों पुराना इतिहास. 1530 से काम कर रही यह घड़ी हर घंटे पर कुछ मूर्तियों का नाच दिखाती है.
स्ट्रासबर्ग की खगोलगड़ी
रेनेसां वक्त की देन स्ट्रासबुर्ग कैथीड्रल में लगी यह घड़ी स्विस घड़ीसाजों ने बनाई थी. यह जीवन चक्र का प्रतीक है और हर रोज 12.30 बजे चलना शुरू करती है.
सबसे बड़ा कुकू क्लॉक
ट्राईबर्ग की यह घड़ी दक्षिण-पश्चिम जर्मनी के ब्लैक फॉरेस्ट की पहचान है. इसकी सुई छह टन की है. और हर आधे घंटे पर कुकू बाहर निकलकर वक्त का ऐलान करती है.
म्युनिख की ग्लोकनश्पील
म्यूनिख के सिटी हाल के बाहर लगी यह घड़ी दिन में दो या तीन बार अपने भीतर लगीं अनोखी मूर्तियों का प्रदर्शन करती है. यह सोलर एनर्जी से चलती है.
विएना का एंकर क्लॉक
मशहूर पेंटर फ्रांत्स मात्श ने इसे डिजाइन किया था, जो विएना में एक छोटे से पुल पर लगी है. 12 घंटे विएना के इतिहास के 12 मशहूर लोगों के तांबे के फिगर इस घड़ी का अनूठा प्रदर्शन करते हैं.
ग्रात्स का क्लॉक टावर
ऑस्ट्रिया में ग्रात्स का यह टावर श्लोसबर्ग में है और बहुत दूर से नजर आ जाता है. इसकी खास बात हैं इसकी सुइयां. इसके घंटे और मिनट की सुइयां उलटी हैं. ऐसा इसलिए किया गया ताकि घंटे की दूर से दिखाई दे.