हर बार खतरनाक होती बाढ़
पूर्वी भारत के असम और पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश में आई भयानक बाढ़ ने लाखों लोगों को बेघर कर दिया है. तस्वीरों में उस बाढ़ की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
दर्जनों की मौत
मॉनसून की बारिश के कारण आई इस बाढ़ ने दर्जनों लोगों की जान ले ली है जबकि लाखों लोगों को बेघर कर दिया.
दाने-दाने को मोहताज
कई दिन से जारी बाढ़ का पानी अभी उतरा नहीं है और अधिकारियों को लोगों तक जरूरी चीजें पहुंचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.
सूरमा का कहर
बांग्लादेश के सिलहट जिले में सूरमा नदी ने कहर बरपाया है. दर्जनों गांवों में घुटने तक पानी खड़ा है और घर रहने लायक नहीं बचे हैं. स्थानीय राहत और बचाव मंत्री इनामुर रहमान ने कहा कि एक लाख लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से बचाया गया है.
राहतकर्मियों की मौत
भारत के असम में राहत कार्यों में लगे दो पुलिसकर्मी भी बाढ़ के पानी में बह गए. अधिकारियों के मुताबिक 700 राहत शिविरों में दो लाख लोगों को रखा गया.
सारी नदियां खतरा बनीं
अधिकारियों का कहना है कि राज्य की सभी नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए सेना की मदद ली गई. दूर-दराज इलाकों तक हेलीकॉप्टर के जरिए ही पहुंचा जा सकता है क्योंकि सड़क मार्ग कट गए हैं.
जलवायु परिवर्तन का असर
वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण बाढ़ लगातार खतरनाक होती जा रही है. यूएन की जलवायु परिवर्तन पर काम करने वाली समिति का कहना है कि अगले एक दशक में बांग्लादेश की लगभग 17 फीसदी आबादी को विस्थापन झेलना होगा.