रूस के बिना हुई सऊदी की यूक्रेन युद्ध पर बैठक
७ अगस्त २०२३सऊदी अरब ने कई अन्य देशों के साथ मिलकर यूक्रेन युद्ध से संबंधित एक संभावित शांति योजना का खाका तैयार करने के लिए रविवार को बैठक की. यूक्रेन, अमेरिका, चीन और यूरोपीय संघ के देशों सहित 40 देशों के प्रतिनिधि इस मीटिंग में शामिल थे. इस मीटिंग में रूस को आमंत्रित ही नहीं किया गया था.
बातचीत में चीन का शामिल होना अहम रहा क्योंकि फिलहाल चीन को रूस का सबसे अहम अंतरराष्ट्रीय सहयोगी माना जा रहा है. इससे पहले चीन कोपेनहेगेन में इस मुद्दे पर हुई एक अंतरराष्ट्रीय बैठक में नहीं शामिल हुआ था. यूरोपीय संघ के एक अधिकारी ने कहा, "चीन ने मीटिंग में सक्रियता से भाग लिया और इस स्तर की तीसरी मीटिंग का भी स्वागत किया."
बातचीत जारी रखने की कोशिश
सऊदी अरब ने कहा कि बैठक का लक्ष्य यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के राजनीतिक और राजनयिक तरीकों को खोजना है. सऊदी अरब के रूस और यूक्रेन दोनों से ही अच्छे रिश्ते हैं. फिर भी उसने यह स्पष्ट नहीं किया था कि वह मीटिंग में भाग लेगा या नहीं. लेकिन ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और तुर्की सहित कई अहम विकासशील देश इसमें शामिल हुए.
क्या यूक्रेन के मसले पर कैरेबियाई देशों को मना सकेगा यूरोपीय संघ
बैठक से जुड़ी कोई अंतिम घोषणा नहीं की गई. हालांकि यूरोपीय संघ के राजनयिकों ने बताया कि मानवीय मदद, खाद्य निर्यात, न्यूक्लियर और पर्यावरणीय मुद्दों पर लगातार बहस को समर्थन दिया गया.
रूस को दी गई जानकारी
यूरोपीय संघ के एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए को बताया, सऊदी अरब का संभावित शांति प्रस्ताव सभी मोर्चों पर युद्धविराम की मांग करता है और चाहता है कि संयुक्त राष्ट्र, रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की मध्यस्थता करे. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि सऊदी अरब के अलावा अन्य किन देशों ने इस विचार का समर्थन किया.
यूक्रेन युद्ध के साये में नाटो की चौथी बैठक का एजेंडा क्या है
सूत्रों के मुताबिक योजना यूक्रेन की क्षेत्रीय संप्रभुता को सुरक्षित रखने और युद्ध बंदियों की अदला-बदली से जुड़ी होगी. प्रस्तावों के बारे में कोई घोषणा नहीं हुई लेकिन सूत्रों के मुताबिक बैठक में हुई बातचीत के बारे में सऊदी अरब ने रूस को जानकारी दे दी है.
एडी/एनआर (डीपीए)