भारत की हाईटेक कंपनियों को अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर डॉनल्ड ट्रंप के दौर से फायदा होना चाहिए. मजबूत अमेरिकी डॉलर, अमेरिका में कम होते टैक्स और चीन के प्रति अमेरिका का प्रतिबंध लगाने वाला स्वभाव इसकी वजहें बन सकते हैं. हालांकि कठोर अमेरिकी आप्रवासन नीति बाधा डाल सकती है.