यूक्रेन में रूसी हमले के बाद, भारतीय स्टूडेंट्स को वहां से बाहर निकाले गए महीनों हो चुके हैं. उन्हें आशा थी कि सरकार उनकी बाकी पढ़ाई को पूरा करने के लिए कोई रास्ता निकालेगी. लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. स्टूडेंट्स की इससे जुड़ी याचिकाओं की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है लेकिन उनका कहना है कि उनका समय खराब हो रहा है और उन्हें इसका हल जल्दी चाहिए.