इस गांव का है अपना "सूरज"
उत्तरी इटली में विगनेला एक गहरी घाटी के तल पर स्थित है. हर सर्दियों में 83 दिनों तक धूप नहीं मिलती है, लेकिन एक विशाल शीशा शहर के चौक पर सूरज की रोशनी को बिखेरता है.
गांव का "सूरज"
धूप को पाने के लिए यहां के लोगों ने विशाल शीशे को पहाड़ी पर लगा दिया है. जिससे सूरज की रोशनी शीशे से प्रतिबिंबित होकर गांव तक पहुंच सके.
सूरज की किरण
इंसान ही नहीं पेड़ और जानवरों के लिए सूरज की रोशनी बहुत अहम है. सूरज की रोशनी नहीं मिलने की वजह से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा था. गांव के एक आर्किटेक्ट और इंजीनियर ने इस समस्या का समाधान कुछ ऐसे निकाला.
चारों तरफ पहाड़, बीच में गांव
इस गांव में करीब 200 लोग रहते हैं और उन्हें हर रोज कृत्रिम सूरज से करीब 6 घंटे तक रोशनी मिलती है. रोशनी होने से लोग घरों से बाहर आते हैं और एक दूसरे से मिलते-जुलते हैं.
एक लाख यूरो का खर्च
गांव तक रोशनी पहुंचाने वाले शीशे का वजन करीब 1.1 टन है और इसमें 1 लाख यूरो का खर्च आया. इसको ऑपरेट करने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है.
रोशनी की जीत
इटली का यह गांव नवंबर और फरवरी के बीच करीब 83 दिन अंधेरे में बिताता है. लेकिन सूरज की रोशनी गांव के चौक तक पहुंचती है और लोगों का दिन ऊर्जा से भर जाता है.