मिलिए रूसी सेना के तीसरे सबसे ताकतवर व्यक्ति जनरल गेरासिमोव से
माना जाता है कि रूस में परमाणु हमला करने का आदेश देने के लिए जरूरी तीन सूटकेसों में से एक जनरल वालेरी गेरासिमोव के पास है. जानिये क्यों हैं जनरल गेरासिमोव रूसी सेना के तीसरे सबसे ताकतवर व्यक्ति.
एक शक्तिशाली जनरल
जनरल वालेरी गेरासिमोव को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रक्षा मंत्री सेर्गेई शोइगु के बाद रूसी सेना में तीसरा सबसे शक्तिशाली व्यक्ति माना जाता है. उन्हें नवंबर, 2012 में शोइगु को रक्षा मंत्री बनाए जाने के तीन दिन बाद रूसी सेना का चीफ ऑफ जनरल स्टाफ और डिप्टी रक्षा मंत्री बना दिया गया था.
परमाणु हथियारों का नियंत्रण
माना जाता है कि 67 साल के गेरासिमोव के पास उन तीन सूटकेसों में से एक है जिनके जरिये परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का आदेश भेजा जा सकता है.
कई अभियानों में सक्रिय
गेरासिमोव ने 2014 में रूस द्वारा यूक्रेन से क्रीमिया ले लेने के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने सीरिया के गृहयुद्ध में राष्ट्रपति बशर अल-असद को रूस के समर्थन में भी अहम भूमिका निभाई थी. यह ऐसी घटना थी जिससे युद्ध की दिशा ही बदल गई थी.
अमेरिका के निशाने पर
2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के अगले दिन ही अमेरिका ने गेरासिमोव पर प्रतिबंध लगा दिया था. अमेरिका का कहना था कि वो हमले के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार लोगों में शामिल हैं. जनवरी 2023 में पुतिन ने यूक्रेन अभियान का नेतृत्व उनके हाथ में सौंप दिया था.
रूसी सेना की असफलता का ठीकरा
रूस में कई राष्ट्रवादी ब्लॉगरों ने यूक्रेनी सेना को हराने में रूसी सेना की असफलता के लिए गेरासिमोव को जिम्मेदार ठहराया है. पश्चिमी आलोचक हों या रूसी, सबका कहना है कि रूसी सेना गैर-तजुर्बेकार, हथियारों से अपर्याप्त रूप से लैस, प्रतिक्रिया में धीमी और अव्यवस्थित कमान संरचना जैसी समस्याओं से ग्रसित रही है.
अफवाहों के केंद्र में
कई महीनों तक ऐसी अफवाहें गर्म रहीं कि गेरासिमोव को दरकिनार कर दिया गया है. किराए के सैनिकों वाले वागनर समूह के नेता येवगेनी प्रिगोजिन ने गेरासिमोव और शोइगु की कड़ी निंदा की थी और उन्हें बर्खास्त करने की मांग ले कर जून में एक असफल बगावत भी की थी.
नहीं हुई कार्रवाई
प्रिगोजिन की बगावत के समय गेरासिमोव कहीं दिखाई नहीं दिए, लेकिन बगावत खत्म होने के कुछ दिनों बाद 10 जुलाई को रूस का रक्षा मंत्रालय गेरासिमोव को पहली बार सार्वजनिक रूप से सबके सामने लाया. इसे इस बात का संकेत माना गया कि उन्हें बर्खास्त नहीं किया गया है - सीके/एए (रॉयटर्स)