स्पेन में फिर शुरू हुई सांडों की दौड़
कोरोना महामारी के कारण दो साल तक बंद रहने के बाद स्पेन के पांपलोना में पारंपरिक सांडों की दौड़ फिर शुरू हो गई. इस विवादास्पद त्योहार के दौरान सांड के आगे दौड़ते समय कई लोग घायल हो जाते हैं.
तीन साल बाद फिर दौड़े सांड
आखिरी बार बुल रन का आयोजन कोरोना महामारी के पहले 2019 में हुआ था. इस बार इस त्योहार में शामिल होने के लिए देश विदेश भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे.
सालों पुरानी परंपरा
यह सदियों से स्पेनिश शहर में आयोजित किया जाता रहा है. सालाना आयोजित किया जाने वाला सैन फर्मिन त्योहार पांपलोना के पहले बिशप सेंट फर्मिन के सम्मान में आयोजित किया जाता है.
नौ दिवसीय आयोजन
नौ दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल में दुनिया भर से लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. इस फेस्टिवल में लोग, सांडों के आगे भागते हैं और आसपास के लोग उनकी हौसला अफजाई करते हैं.
बुल से आगे निकलने की कोशिश
इस फेस्टिवल के दौरान हर सुबह 8 बजे सांडों के साथ लोग रेस लगाते हैं. शहर की सड़क पर सांडों को खुला छोड़ दिया जाता है और इसके बाद शहर की गलियों से दौड़ते हुए वो बुल रिंग में पहुंचते हैं. रास्ते में लोग सांड के आगे दौड़ते हुए उनसे आगे निकलने की कोशिश करते हैं.
विदेशी पर्यटकों की भीड़
पांपलोना सिटी हॉल के मुताबिक सभी धावकों में से लगभग 40 प्रतिशत विदेश से आते हैं, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन से आने वाले विदेशियों की संख्या सबसे अधिक होती है.
जोखिम भरी दौड़
सांड के आगे दौड़ने का रास्ता भी ज्यादा नहीं है, सिर्फ 850 मीटर लेकिन इस छोटी सी दौड़ का एक हिस्सा भी काफी जोखिम भरा है क्योंकि शहर की सड़कें बहुत संकरी हैं. शहर के पुराने हिस्से में सांड के सींगों से बचना होता है और समय रहते दूर जाना बहुत मुश्किल होता है.
दौड़ में घायल भी होते धावक
हर साल कुछ लोग इस त्योहार में घायल हो जाते हैं. इस साल भी कुछ लोग दौड़ के दौरान गिरने से घायल हो गए. आखिरी बार 2019 में त्योहार में 39 लोग घायल हुए थे, जिनमें से तीन सांडों के पैरों के नीचे आ गए थे.
दौड़ के लिए तैयार किए जाते हैं सांड
इस दौड़ में भाग लेने वाले सांडों को लड़ने के उद्देश्य से पाला जाता है. साल भर इन सांडों को विशेष भोजन दिया जाता है और उनकी खास देखभाल भी की जाती है.