साल 2024 में चरम मौसम की घटनाएं
साल 2024 में गर्मी, बाढ़, जंगल की आग जैसी चरम मौसम की घटनाओं ने कई देशों को हिलाकर रख दिया. मौसमी घटनाओं ने न केवल जीवन बल्कि आजीविका को भी प्रभावित किया.
पानी के लिए जद्दोजहद
यूएन के मुताबिक दुनिया भर में दो अरब से ज्यादा लोगों के पास सुरक्षित रूप से प्रबंधित पेयजल उपलब्ध नहीं है, जो कई जगहों पर एक भयावह सच्चाई है. ब्राजील में कुछ निवासियों ने पहाड़ से नीचे आने वाले पानी को इकट्ठा किया, जबकि भारत में लोगों ने पीने के पानी के लिए टैंकरों का सहारा लिया.
बार-बार की समस्या, बाढ़
भारत से लेकर केन्या तक भारी बारिश के बाद आने वाली बाढ़ से आम जीवन को प्रभावित. भारत के असम जैसे राज्य में बाढ़ के कारण हर साल हजारों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ता है. भारतीय शहरों ने भी बाढ़ का सामना किया.
चिल-चिलाती गर्मी
मेक्सिको से लेकर पाकिस्तान और उससे भी आगे, उच्च तापमान ने लोगों को बहुत परेशान किया. जैसे सऊदी अरब में, जहां हज के दौरान गर्मी से संबंधित बीमारियों ने 1,300 से अधिक लोगों की जान ले ली.
जंगल की आग
बढ़ते तापमान और लंबे समय तक सूखे के कारण जंगल में आग लगने की स्थिति और भी गंभीर हो जाती है. लगातार सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाली जगहों में से एक है अमेरिका का कैलिफोर्निया राज्य. इस साल भी कोई अपवाद नहीं रहा. जंगल में लगी आग ने 10 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन को खाक कर दिया.
तूफान का कहर
दुनिया भर में कई तूफानों ने अपना शक्तिशाली रूप दिखाया. तेज हवाओं के कारण मकान तबाह हुए. लोगों को चक्रवात के कारण अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा.
जहां नहीं सोचा गया
यूरोपीय देशों में चरम मौसम का कहर देखने को मिला. कभी गर्मी तो कभी तेज बारिश के बाद बाढ़ ने लोगों को बेहाल किया. स्पेन के वेलेंसिया प्रांत में मूसलाधार बारिश के बाद आई भीषण बाढ़ ने 200 से अधिक लोगों की जान ले ली और कई मकान नष्ट हो गए. 2021 के बाद यह पहला मौका है जब बाढ़ ने यूरोप में इतने बड़े पैमाने पर लोगों की जान ली हो. 2021 में जर्मनी में 185 लोग बाढ़ की चपेट में आकर मारे गए थे.