रूस में किसके, कितने अरब डॉलर फंसे
बहुराष्ट्रीय कंपनियों, पेंशन फंडों और बैकों का कहना है कि रूस में उनके सैकड़ों अरब डॉलर डूब सकते हैं. एक नजर सबसे ज्यादा नुकसान झेलने वालों पर.
बैंकों के 120 अरब डॉलर
बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेंटलमेंट डाटा के मुताबिक रूस में विदेशी बैंकों के 120 अरब डॉलर फंसे हैं. सबसे ज्यादा रकम इटली और फ्रांस के बैंकों की है, करीबन 25 अरब डालर. दूसरे नंबर पर अमेरिकी बैंक हैं, जिनके 14.7 अरब डॉलर रूस में लगे हैं. अमेरिका के सिटी बैंक के मुताबिक रूस में उसके 10 अरब डॉलर लगे हैं.
कर्ज से जुड़े 79 अरब डॉलर
जेपीएम एनालिस्ट्स के मुताबिक रूसी ऋण प्रतिभूतियों (डेट सिक्योरिटीज) में 79 अरब डॉलर का विदेशी निवेश है. रूसी कंपनियों या सरकार को दिए गए इस कर्ज के बदले निवेशकों ने बॉन्ड्स या डिबेंचर खरीदे. उम्मीद थी कि कर्ज पर मिलने वाले ब्याज से लगातार फायदा मिलता रहेगा.
बीपी के 25 अरब डॉलर
ब्रिटेन की मल्टीनेशनल तेल और गैस कंपनी बीपी ने रूसी तेल कंपनी रोजनेफ्ट में अपनी हिस्सेदारी बेचने का एलान किया है. बीपी के तेल और गैस भंडार का करीब 50 फीसदी रिजर्व रोजनेफ्ट के पास है. ब्रिटिश कंपनी के मुताबिक रोजनेफ्ट के साथ साझेदारी तोड़ने से उसके 25 अरब डॉलर रिस्क में हैं.
एक्सोन मोबिल के 4 अरब डॉलर
अमेरिका की बहुराष्ट्रीय तेल और गैस कंपनी एक्सोन मोबिल ने रूस में अपना कारोबार समेटने का एलान किया है. कंपनी का कहना है कि इस फैसले के कारण उसे 4 अरब डॉलर से ज्यादा की संपत्ति छोड़नी पड़ सकती है.
शेल, 3 अरब डॉलर
ब्रिटिश तेल और गैस कंपनी शेल भी रूस में कामकाज समेटने की घोषणा कर चुकी है. शेल के मुताबिक रूस में उसकी अस्थायी संपत्तियों की कीमत तीन अरब डॉलर है.
एसडब्ल्यूएफ, 3 अरब डॉलर
नॉर्वे का संघीय वेल्थ फंड (एसडब्ल्यूएफ) दुनिया का सबसे अमीर फंड है. रूसी तेल कंपनियों, बैंकों और गैस कंपनियों में एसडब्ल्यूएफ के तीन अरब डॉलर लगे हैं.
CALSTRS के 17.15 करोड़ डॉलर
कैलिफोर्निया स्टेट टीचर्स रिटायरमेंट सिस्टम, अमेरिका का दूसरा बड़ा पेंशन फंड है. बुधवार को फंड ने बयान जारी करते हुए कहा कि फरवरी अंत तक रूस में उसकी होल्डिंग 17.15 करोड़ डॉलर थी. अमेरिका के एक और सरकारी पेंशन फंड के भी 90 करोड़ डॉलर रूस में लगे हैं.