राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री के आवासों पर जनता का "कब्जा"
श्रीलंका के गंभीर आर्थिक संकट और राजनीतिक उथल-पुथल के बीच राष्ट्रपति के आवास पर कब्जा करने वाले प्रदर्शनकारी वहीं जुटे हुए हैं. वे कभी स्विमिंग पूल में डुबकी लगा रहे हैं तो कभी राष्ट्रपति के रूम में सेल्फी ले रहे हैं.
जनता का कब्जा
श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शन के दूसरे दिन (10 जुलाई) को आंदोलनकारियों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आवास पर कब्जा जमाए रखा.
प्रधानमंत्री के निजी आवास को आग
9 जुलाई को प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास को आग लगी दी थी. विक्रमसिंघे ने इसी साल मई में दफ्तर संभाला था.
सबसे सुरक्षित भवन में जनता की भीड़
देश के सबसे सुरक्षित ठिकानों में से एक राष्ट्रपति आवास में जनता की भीड़ जुट रही है. कोई सेल्फी ले रहा है तो कई महंगे बिस्तर पर आराम फरमा रहा है.
स्विमिंग पूल में डुबकी
राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास पर कब्जा करने वाले प्रदर्शनकारी खुद को स्विमिंग पूल में डुबकी लगाने से नहीं रोक पाए.
प्रधानमंत्री के बेड पर कुश्ती
सोशल मीडिया पर नेताओं के घरों पर मस्ती करते हुए प्रदर्शनकारी तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं. एक तस्वीर में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के बेड पर डब्ल्यूडब्ल्यूई की लड़ाई करते दिखे.
सेना की अपील
श्रीलंका की सेना ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है. सेना प्रमुख ने कहा है कि मौजूदा संकट का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान का अवसर उपलब्ध है.
नेताओं जैसी बैठक
राष्ट्रपति के आवास पर कब्जा करने वाले प्रदर्शनकारियों ने रविवार 10 जुलाई को नकली कैबिनेट बैठक भी की.
लाखों रुपये मिलने का दावा
श्रीलंका के राष्ट्रपति के आवास पर घुसने वाले लोगों का दावा है कि आवास में लाखों रुपये मिले हैं.
पद से हटेंगे राष्ट्रपति
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने एक महीने तक चले व्यापक जन आंदोलन के बाद शनिवार 9 जुलाई को स्पीकर को सूचित किया कि वह 13 जुलाई को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे देंगे.