दुनिया के सबसे सुन्दर पुस्तकालय
पुस्तकालयों का इतिहास 4,000 सालों से भी पुराना है. बॉलरूम की तरह दिखने वाले हों या यूएफओ की तरह, दुनिया में तरह तरह के पुस्तकालय हैं. लेकिन ये कैसे भी दिखाई देते हों, किताबों के लिए प्रेम इन्हें एक सूत्र में बांधता है.
समुदाय के लिए
फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी की सेंट्रल लाइब्रेरी ऊडी डिजाइन पुस्तक प्रेमियों के लिए एक सपने जैसी है. इस चार मंजिला इमारत की शिल्प कला में फिनलैंड की प्राकृतिक दुनिया को रेखांकित किया गया है. बाहरी दीवारों को लकड़ी जैसा रूप दिया गया और इमारत का आकार लहरनुमा बर्फ से ढकी जमीन के जैसा बनाया गया है. इसके अंदर किताबें ही नहीं, सिनेमाघर और सॉना भी है.
राख से फिर जन्म लेना
जर्मनी के वाइमार की डचेस ऐना अमालिया लाइब्रेरी को 300 सालों से "हरत्सोगलिश बिबलियोथेक" ("द ड्यूकल लाइब्रेरी") कहा जाता था. बाद में एक भीषण आग में इमारत आंशिक रूप से जल गई थी. 1991 में इसे अपना मौजूदा नाम मिला. 24 अक्टूबर, 2007 में इसे फिर से खोल दिया गया. यह तस्वीर उसके मशहूर रोकोको हॉल की है.
लाइब्रेरी या फुटबॉल का मैदान?
अगर आपके पास स्टूडेंट कार्ड नहीं है तो भी आपको द नीदरलैंड्स के डेल्फ्ट की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के पुस्तकालय जा कर अफसोस नहीं होगा. घास के मैदान जैसी दिखाई देने वाली इसकी ढलान वाली छत इसका सबसे आकर्षक हिस्सा है. इमारत के बीच में से निकलता 42 मीटर ऊंचा एक कोन आपको दूर से ही नजर आ जाएगा. इसमें किताबों से भरी चार मंजिलें हैं.
ट्यूलिप की लकड़ी और एबनी
पुर्तगाल के कोइम्ब्रा स्थित बिब्लिओतेका जोआनीना में सभी अलमारियां ट्यूलिप की लकड़ी और एबनी से बनी हुई हैं. पुर्तगाल के राजा जॉन पंचम ने इसे बनवाया था, इसलिए इसका नाम उन्हीं के नाम पर है. 2013 में ब्रिटेन के अखबार "द डेली टेलीग्राफ" ने इस लाइब्रेरी को दुनिया के सबसे सुंदर पुस्तकालयों की सूची में शामिल किया किया था.
प्राचीन और आधुनिक युग का मेल
सिकंदरिया की लाइब्रेरी कभी दुनिया की सबसे मशहूर लाइब्रेरी हुआ करती थी, लेकिन करीब 2,000 साल पहले वो एक आग में नष्ट हो गई. कहा जाता है कि वहां पेपिरस के करीब 4,90,000 रोलों में उस समय की दुनिया का सारा ज्ञान था. उसी परंपरा को जारी रखते हुए 2002 में नया पुस्तकालय खोला गया था. इसे बनाने में 22 करोड़ डॉलर की लागत आई.
मिस्र के ममियों के बीच
स्विट्जरलैंड के सेंट गॉलेन स्थित सेंट गॉल की ऐबी लाइब्रेरी में रखी चीजों में से कुछ तो 1,300 साल से भी ज्यादा पुरानी हैं. यहां आने वाले लोग यहां यूरोप का सबसे पुराना बिल्डिंग प्लान और मिस्र की एक ममी भी देख सकते हैं. यह तस्वीर "बुकरसाल" (द बुक हॉल) की है जो 1983 से यूनेस्को की वैश्विक धरोहर सूची में है.
एक राष्ट्रपति द्वारा बचाया गया पुस्तकालय
जब भी आप वाशिंगटन डीसी में हो तो कांग्रेस की लाइब्रेरी जरूर जाइएगा. इसकी स्थापना सन 1800 में की गई थी लेकिन सिर्फ 14 सालों बाद ही अंग्रेजों ने इसे जला दिया था. बाद में इसके जीर्णोद्धार के लिए अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति थॉमस जेफरसन ने अपने निजी संग्रहण से करीब 6,500 किताबें बेच कर 24,000 डॉलर की कुल लागत की पूरी रकम जुटाई. तस्वीर मुख्य कक्ष की है जिसे नव-रेनेसां शैली में बनाया गया था.
डबलिन का लॉन्ग रूम
आयरलैंड की राजधानी डब्लिन की ट्रिनिटी कॉलेज लाइब्रेरी का तीन मंजिला "लॉन्ग रूम" 64 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है. लेकिन यह हमेशा से इतना प्रभावशाली नहीं था. 1858 में इसकी सपाट, प्लास्टर की छत को हटा कर शाहबलूत या ओक के पेड़ की लकड़ी की नई छत बनाई गई.
एक फिल्मी सितारा
न्यू यॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी को तो कई फिल्मों में दिखाया गया है, जिनमें 1933 की "फॉर्टीसेकंड स्ट्रीट" म्यूजिकल, 1961 की "ब्रेकफास्ट ऐट टिफनीज", 1984 की "घोस्टबस्टर्स", 2008 की "सेक्स एंड द सिटी" और 2002 की "स्पाइडर-मैन" शामिल हैं. इसके मुख्य कक्ष को 1911 में खोला गया था और बाद में इसका विस्तार किया गया.
चीन में हर चीज ही विशाल है
चीन की नेशनल लाइब्रेरी दुनिया के सात सबसे बड़े पुस्तकालयों में से एक है. इसमें तीन करोड़ से ज्यादा किताबें और मीडिया सामग्री है. इसका निर्माण "कैपिटल लाइब्रेरी" के रूप में 1809 में करवाया गया था. 1928 में चीनी गणराज्य की स्थापना के बाद इसे "बीजिंग लाइब्रेरी" नाम दे दिया गया. इसका मौजूदा नाम इसे 1998 में मिला.