सात अजूबे इस दुनिया के, नौवें मिस्र पिरामिड
कई महीनों बाद ताज महल पर्यटकों के लिए दोबारा खोल दिया गया है. जो दुनिया का एक अजूबा है. क्या आप दुनिया के सात अजूबों के नाम गिना सकते हैं? लीजिए, याद कर लीजिए, 2007 के बाद से ये हैं दुनिया के सात अजूबे, और दो बोनस अजूबे.
ताज महल
साल 2000 में एक सर्वे शुरू हुआ जो सात साल तक चला. उस पोल में करोड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और दुनिया के 21 अजूबों में से अपनी पसंद चुनी. सर्वोच्च सात अजूबों में भारत का ताजमहल शामिल हुआ.
पेट्रा
जॉर्डन के पेट्रा को रोज सिटी भी कहते हैं. गुलाबी पहाड़ी को काटकर बनाए गए मंदिरों और मकबरों के इस शहर को यूनेस्को ने इन्सानी सभ्यता और संस्कृति की सबसे कीमती विरासतों में से एक माना है.
चीन की दीवार
इन्सान द्वारा बनाई गई सबसे लंबी इमारत, यह अद्भुत कृति 21,196 किलोमीटर लंबी है. लेकिन लोग कहते हैं ना कि अंतरिक्ष से सिर्फ चीन की दीवार नजर आती है, वह सच नहीं सिर्फ मिथक है.
चिचेन इत्जा
मेक्सिको के युकातन प्रायद्वीप पर स्थित चिचेन इत्जा सीढ़ियों वाले पिरामिड के लिए मशहूर है. यह माया सभ्यता का राजनीतिक और सांस्कृति केंद्र था.
माचू पीचू
पेरू का माचू-पिचू प्राचीन इंका शहर में आज भी इन्सानी सभ्यता की कहानी कहता है. हालांकि पर्यटकों की बड़ी तादाद से इस इमारत को नुकसान पहुंच रहा है जो विशेषज्ञों के लिए चिंता की बात है.
कोलोसियम
इटली का कोलोसियम मौजूदा सात अजूबों में एकमात्र यूरोपीय इमारत है. अब इसे नया रूप दिया जा रहा है और इसका फर्श दोबारा बनाया जा रहा है.
ईसा की मूरत
ब्राजील के रियो डे जेनेरा में खड़ी यह 30 ऊंची मूर्ति 1,145 टन वजनी है. इसकी बाहों का फैलाव 28 मीटर है. इसे 1931 में बनाया गया था.
पिरामिड
कभी मिस्र के पिरामिड सात अजूबों में शामिल थे लेकिन साल 2007 के बाद से नहीं. संयोगवश दुनिया के सात अजूबे गिनने की परंपरा ग्रीक इतिहासकारों ने ही शुरू की थी लेकिन यह शाहकार अब इनमें शामिल नहीं है. बल्कि पोल में इसे नौवां नंबर मिला. आठवां नंबर किसे मिला, वो अगली तस्वीर में.
नोएश्वानस्टाइन कासल
जर्मनी के बवेरिया में 1869 में लुडविग द्वीतिय ने यह महल बनवाया था. बहुत मामूली अंतर से यह महल सातवां अजूबा बनते बनते रह गया.