54 करोड़ रुपयों में बिका टी-रेक्स का कंकाल
स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में टिरैनोसौरस रेक्स के एक दुर्लभ कंकाल की करीब 54 करोड़ रुपयों में नीलामी हुई है. देखिए इस डायनासोर के कंकाल की तस्वीरें.
दुर्लभ कंकाल
ज्यूरिख में हुई एक नीलामी में 6.7 करोड़ साल पुराने टिरैनोसोर रेक्स (टी-रेक्स) का यह कंकाल करीब 60 लाख यूरो या करीब 54 करोड़ रुपयों में बिका. नीलामी कराने वाले कोल्लर ऑक्शन हाउस ने खरीदार की पहचान का खुलासा नहीं किया लेकिन इतना बताया कि कंकाल यूरोप में ही रहेगा.
293 हड्डियों का कंकाल
कोल्लर के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस दाम में ऑक्शन हाउस का कमीशन भी शामिल है. इस टी रेक्स का नाम "टीआरएक्स-293 ट्रिनिटी" है. इस कंकाल में कुल 293 हड्डियां हैं और कोल्लर के मुताबिक इनमें से आधी से भी ज्यादा "ओरिजिनल बोन मैटेरियल" हैं.
तीन नमूनों से मिल कर बना "ट्रिनिटी"
इन हड्डियों को 2008 से 2013 के बीच अमेरिकी राज्यों व्योमिंग और मोंटाना के बीच एकत्रित किए गए तीन अलग अलग नमूनों से लिया गया है. दुनिया में इससे भी बड़े डायनासोरों के अवशेष मिले हैं लेकिन टी-रेक्स को सबसे कीमती माना जाता है.
1.4 मीटर लंबी साबुत खोपड़ी
ट्रिनिटी नीलामी में बिकने वाला इतिहास में तीसरा टी-रेक्स कंकाल है. कोल्लर के मुताबिक यह 11.6 मीटर लंबा और 3.9 मीटर ऊंचा है. इसकी सबसे अनूठी विशेषता इसकी 1.4 मीटर लंबी साबुत खोपड़ी है. कोल्लर के वैज्ञानिक सलाहकार के मुताबिक खोपड़ी "बेहद नाजुक और बेहद दुर्लभ" है.
नीलामी पर सवाल
ऑक्शन हाउस के मुताबिक इसके तुलना योग्य लगभग सभी दूसरे कंकाल संग्रहालयों में है, जिसकी वजह से यह "खरीदने के लिए उपलब्ध एक दुर्लभ नमूना" है. लेकिन जीवाश्म वैज्ञानिक थॉमस होल्त्ज इस तरह के नमूनों की बिक्री का विरोध करते हैं. उनका कहना है कि "अलग अलग कंकालों से असली हड्डियां निकाल कर उन्हें मिला कर एक कंकाल बनाना भ्रामक और अनुचित" है.
विज्ञान का नुकसान?
होल्त्ज का मानना है कि ट्रिनिटी "स्पेसिमेन" नहीं बल्कि "आर्ट इंस्टॉलेशन" है. विशेषज्ञ इस तरह डायनासोरों के कंकालों की बिक्री का भी विरोध करते आए हैं. उनका कहना है कि ऐसा करने से नमूने निजी हाथों में जाते हैं और फिर वो शोधकर्ताओं की पहुंच से दूर हो सकते हैं, जो विज्ञान के लिए नुकसानदेह होगा. (रॉयटर्स, डीपीए)